असम के चाय बागान मजूदरों की प्रतिदिन मजदूरी में 38 रुपये की बढ़ोतरी
असम के चाय बागान के श्रमिकों के दैनिक वेतन में शुक्रवार को 38 रुपये की बढ़ोतरी हुई। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस बारे में असम चाह मजदूर संघ और अन्य चाय निकायों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और वेतन निर्धारण से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।
इस बढ़ोतरी से ब्रह्मपुत्र घाटी के चाय मजदूरों को मौजूदा 167 रुपये से बढ़कर 205 रुपये और बराक घाटी के चाय श्रमिकों को मौजूदा 145 रुपये से बढ़कर 183 रुपये मिलेंगे।
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि चाय बागान श्रमिकों का कल्याण एक प्रतिबद्ध प्राथमिकता है। चूंकि राज्य सरकार के चाय बागान श्रमिकों के वेतन में 50 रुपये की वृद्धि के 23 फरवरी के फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई थी, इसलिए हमने अंतरिम में एक विशेष समाधान खोजना महत्वपूर्ण माना। आज हमने उस पर प्रगति कर ली है। मजदूर संगठनों और बागानों के प्रबंधन से बातचीत के आधार पर हमने चाय बागान श्रमिकों के वेतन में 38 रुपये की बढ़ोतरी पर सहमति व्यक्त की है। यह बढ़ोतरी 23 फरवरी से लागू होगी।
गौरतलब है कि असम सरकार ने इससे पहले अपनी अधिसूचना रद्द कर दी थी। इसमें राज्य के चाय बागान मजदूरों के दैनिक वेतन में 50 रुपये की वृद्धि की गई थी। जिसे अदालत के स्टे आदेश के कारण लागू किया जाना बाकी था।
मौजूदा दैनिक वेतन 167 रुपये नकद है। चाय बागान के कर्मचारी चाहते थे कि 2016 के विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान भाजपा द्वारा किए गए वादे के आधार पर दैनिक वेतन 137 रुपये से बढ़ाकर 351 रुपये किया जाए। लेकिन सरकार बनने के बाद वेतन में मात्र 30 रुपये की बढ़ोतरी कर 167 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया।
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