बरेली: बेसमेंट खुदाई के दौरान मजदूरों पर गिरी तीन मंजिला बिल्डिंग, मलबे में दबकर 2 मजदूरों की मौत
यूपी के बरेली जिले के फतेहगंज पश्चिमी कस्बे में निर्माणाधीन भवन के मजदूरों पर पड़ोस की तिमंजिला इमारत गिर गई। बिल्डिंग गिरने के कंपन से आसपास की जमीन हिलने लगी और क्षेत्र में दहशत फैल गई। मलबे में छह मजदूर दब गए थे। करीब सात घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी को बाहर निकाला गया। जिसमें से दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि चार लोग घायल हुए हैं।
फतेहगंज पश्चिमी साहूकारा कस्बे के रहने वाले दीपक गोयल ने मेन रोड पर अपने कपड़े की पुरानी दुकान गिरा दी थी। इसके बाद वहां उन्होंने सात फीट बेसमेंट खोदने के बाद बुधवार से निर्माण शुरू किया था। वहीं पड़ोस में रहने वाले कृष्ण अवतार की किराना मोबाइल एसेसरीज की डबल स्टोरी दुकान थी, उसके ऊपर टॉयलेट बाथरूम था। निर्माण के दौरान कृष्णा अवतार की तीन मंजिला इमारत भरभरा कर निर्माणाधीन बिल्डिंग पर गिर गई, जिसमें छह मजदूर मजदूर दब गये। एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि करीब सात घंटे तक रेस्क्यू आपरेशन चला गया।
करीब साढ़े दस बजे तीनों मलबे में दबे मजदूरों को निकालने के बाद रेस्क्यू आपरेशन रोका गया। इसमें शकील और जाहिद की मौत हो गई। उनके साथ ही मलबे से निकाले गये शकील के पैर में फ्रैक्चर है। बिल्डिंग गिरने के साथ ही वहां से भागे डालचंद, सक्षम और कृष्ण औतार को भी चोट आई है। एसपी देहात ने बताया कि वहां काम करने वाले मजदूर डालचंद से बात की गई। उसने कहा कि तीन मजदूर ही मलबे में दबे थे। अन्य कोई मजदूर नहीं है। मौके पर काफी ढूंढा गया किसी के कोई परिवार वाले भी नहीं थे। इसके बाद बचाव और राहत कार्य रोक दिया गया।
मजदूरों की मौत के बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने निर्माण कराने वाले व्यापारी दीपक गोयल के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिये। एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि थाना फतेहगंज पश्चिमी में दीपक गोयल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। उन्होंने बगैर सावधानी बरते निर्माण कराना शुरू कर दिया। सात फिट बेसमेंट खोद डाला। जानबूझकर मजदूरों का जीवन संकट में डाला।
एडीजी अविनाश चंद्र बुधवार को अमरोहा दौरे पर गये थे। लौटते वक्त उन्हें सूचना मिली की फतेहगंज पश्चिमी में हादसा हो गया है। जिस पर वह पश्चिमी कस्बे में चले गये। रेस्क्यू आपरेशन में जुटी टीमों से एडीजी ने बातचीत की। आवश्यक दिशा निर्देश देने के बाद वहां से चले गये।
(साभार-हिंदुस्तान)