मैनेजमेंट समझौते के लिए तैयार, मज़दूर का निलंबन वापस, यूनियन ने ख़त्म की भूख हड़ताल
भूख हड़ताल पर बैठे बेलसोनिक कर्मचारी यूनियन ने करीब 36 घंटों के बाद कल रात अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी।
मजदूरों के खान-पान में कटौती और एक साथी मजदूर को सस्पेन्ड किए जाने के विरोध में 20 तारीख को यूनियन बॉडी गेट के सामने ही हड़ताल पर बैठ गई थी।
दो दिन की हड़ताल के बाद मैनेजमेंट और यूनियन के बीच समझौता हो गया और 21 मई को रात 8 बजे हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी गई।
गुड़गाँव सर्कल 6, सहायक श्रमायुक्त गरीबदास कादियान की मध्यस्थता में यूनियन और मैनेजमेंट के बीच 5 से 6 वार्ताएं हुईं।
यूनियन पदाधिकारी मोहिंदर कपूर ने बताया कि समझौते के अनुसार निलंबित कर्मचारी विजेंदर ने मंगलवार की जगह सोमवार से काम वापस जॉइन कर लिया है।
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मामूली मानवीय भूल पर संस्पेंशन
मोहिंदर कपूर के अनुसार, गलती से डाई में दो पार्ट लग जाने के कारण उन्हें 20 मई से लेकर 23 मई तक के लिए सस्पेन्ड किया गया था।
हालांकि यूनियन की मांगों को मानते हुए विजेंदर का सस्पेन्शन एक दिन कम कर के उन्हें सोमवार से ही वापस बुला लिया गया।
कैन्टीन में खान-पान की गुणवत्ता में सुधार करने की मांग पर मैनेजमेंट ने आश्वासन दिया कि जुलाई माह के अंदर ही इसका समाधान किया जाएगा।
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खान पान को लेकर शिकायत
मजदूरों का कहना था कि खाने की क्वालिटी में गिरावट आई है। इसके अलावा टी टाइम पर मिलने वाली चाय को गर्मी के मौसम में नींबुपानी से बदला गया।
मजदूरों का आरोप था कि 1000-1200 लोगों के लिए तैयार किए जाने वाले शिकंजी में केवल 1 किलो नींबू का इस्तेमाल किया जाता था और बाकी पूर्ति पाउडर मिला कर की जाती थी।
इसपर भी हर मजदूर को सिर्फ 1 ही ग्लास शिकंजी पीने की अनुमति थी।
बेलसोनिक कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधियों का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद सभी चीजों के दाम बढ़ने से कैन्टीन के ठेकेदार और मैनेजमेंट के बीच रेट बढ़ाने को लेकर बात-चीत चल रही थी, लेकिन मैनेजमेंट ने रेट नहीं बढ़ाए।
ठेकेदार का कहना था कि जितने पैसे दिए जा रहे हैं उसी के हिसाब से खान पान दिया जा रहा था।
हालांकि मैनेजमेंट ने कहा है कि कैन्टीन के ठेकेदार से बात कर के या तो रेट बढ़ाए जाएंगे या दूसरे हल निकाले जाएंगे ताकि खाने की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके।
भयंकर गर्मी में एयर वॉशर चलाने के मुद्दे पर भी बात हुई है। कपूर ने बताया कि मैनेजमेंट की आज मैनिजिंग डायरेक्टर (MD) से मीटिंग है और उन्होंने कहा है कि यूनियन को बुधवार को बताया जाएगा कि क्या निर्णय रहा।
फिलहाल के लिए एयर वॉशर को शाम 4 से 6 बजे के बजाय रात 2 बजे तक चलाए जाएंगे।
आगे की बात-चीत और समझौते आने वाले कुछ ही दिनों में की जाएगी, ऐसा मैनेजमेंट ने मजदूरों को आश्वासन दिया है।
यूनियन पदाधिकारी दिनेश सिंह पत्नी के ऑपरेशन के दौरान हॉस्पिटल में थे।
उन्होंने 21 तारीख को अस्पताल में ही भूख हड़ताल की थी और 20 तारीख को आधा दिन यूनियन के पदाधिकारियों के साथ धरना स्थल पर मौजूद थे।
यूनियन के साथियों ने दिनेश की 21 तारीख को रात करीब 10 बजे एसजीटी चंदू हॉस्पिटल में जाकर उनकी भूख हड़ताल को खुलवाया।
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