57 साल के ठेका कर्मचारी ने की आत्महत्या की कोशिश, घटनास्थल से सुसाइड नोट बरामद
पिछले 18 साल से मध्यप्रदेश सरकार की दयनीय व्यवस्था से परेशान होकर 57 वर्षीय ठेका कर्मचारी ने भोपाल में जल संसाधन विभाग के सामने आत्महत्या करने की कोशिश की। मौके से सुसाइड नोट बरामद किया गया है।
भोपाल निवासी ओमप्रकाश भार्गव (57) ने गुरुवार को धारदार हथियार से खुद को घायल कर आत्महत्या करने की कोशिश की लेकिन स्थानीय लोगों ने पुलिस और एम्बुलेंस को सूचित किया कर दिया।
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The Pioneer में आई खबर के अनुसार पुलिस के बताया कि प्राइड सिटी कटारा हिल्स निवासी, ओमप्रकाश भार्गव (57) 1986 से चंदेरी, अशोकनगर में कॉनट्रैक्ट वर्कर थे।
साल 2003 में उसका वेतन 1,882 रुपये था। उसी वर्ष तत्कालीन राज्यपाल राम प्रकाश गुप्ता ने जारी आदेश में कहा था कि विभाग के जो कॉनट्रैक्ट वर्कर स्वेच्छा से सेवानिवृत होंगे तो उन्हें सरकार की ओर से 70 हजार रुपये दिए जाएंगे।
इस अवसर पर ओमप्रकाश ने रिटायरमेंट ले लिया। इसके बाद उसने 70 हजार रुपये के लिए आवेदन किया, लेकिन पैसे नहीं मिले।
वह 18 साल से पैसों के लिए संघर्ष कर रहा है। विभाग, विभागीय मंत्री, सरकार, आदि को आवेदन दिया, लेकिन सब बेकार।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश शासन के आदेशानुसार ठेका कर्मचारी को 70,000 रुपये देने का वादा किया गया था, जो केवल कागजों तक ही सीमित है।
घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट जिसमें 18 साल की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) के बाद भी 70,000 रुपये नहीं मिलने का जिक्र था।
सुसाइड नोट में राज्यपाल के आदेश के साथ अधिकारियों और मंत्रियों से अपील करने की बात भी लिखी गई है।
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