खाना न मिलने पर मज़दूरों ने जाम किया सोनीपत में जीटी रोड, पुलिस की लाठी से मज़दूर की टांग टूटी
गुरुवार को 12 बजे दोपहर को कुंडली सोनीपत में कुंडली औद्योगिक क्षेत्र के मजदूरों ने खाना नहीं मिलने के कारण जीटी रोड को जाम कर दिया।
मज़दूरों को आश्वासन देने या खाना देने की बजाय पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई मज़दूर घायल हो गए।
इस पुलिसिया कार्यवाही के बाद मज़दूरों का आक्रोश बढ़ गया और वो वहीं धरना देकर बैठ गए और पुलिस और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मजदूर अधिकार संगठन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि पुलिस के लाठी चार्ज में एक मज़दूर की टांग टूट गई है।
विज्ञप्ति के अनुसार, पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे मज़दूरों पर दोबारा लाठी चार्ज कर उन्हें बस्तियों की तरफ़ भगा दिया। इस दौरान कई मज़दूर महिलाओं और पुरुषों को चोटें आई हैं।
एक मज़दूर ने बताया कि पुलिस ने एक गर्भवती महिला को भी नहीं बख़्शा और उस पर लाठी चलाई।
मजदूर अधिकार संगठन के प्रधान शिव कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान हम सरकार व प्रशासन का सहयोग करने के लिए तैयार हैं लेकिन प्रशासन व सरकार मजदूरों की कोई सुध नहीं ले रही बल्कि खानापूर्ति के लिए 14 अप्रैल से मजदूरों को राशन देने के लिये लिस्ट बनवाई जा रही है।
खुद प्रशासन द्वारा लॉक डाउन का उलंघन करके एक ही बार 15 या 30 दिन का राशन देने की बजाय, हररोज दिन में दो बार हजारों मजदूरों को लाइन में लगाकर नाम मात्र खाना देकर ढकोसला किया जा रहा है।
हर रोज जब खाना खत्म हो जाता है तो सैंकड़ों मजदूरों को लाठी फटकारते हुए खदेड़ा जाता है।
शिव कुमार ने बताया कि गुरुवार को जब सैकड़ों मजदूर लाइन में लगे हुए थे तो 12 बजे गाड़ी में खाना आया और वहां पर मजदूरों को खाना न बांटकर खाना वापिस ले जाने लगे, जिसके बात मज़दूरों का गुस्सा बढ़ गया।
मजदूरों ने मांग की है कि हररोज लाइन में लगाने की बजाय उन्हें महीने का राशन दिया जाए। जो मजदूर घर जाना चाहतें है उन्हें अपने घर पहुंचाकर क्वारंटाइन किया जाए और जिस मजदूर की टांग टूटी है उसको मुवावजा दिया जाए।
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