खोरी गांव में तोड़फोड़ शुरू, छात्रों और एक्टिविस्टों समेत दर्जनों गिरफ्तार
हरियाणा के फरीदाबाद में अरावली की पहाड़ियों पर बसे खोरी गांव में 10 हजार से अधिक मकानों को तोड़े जाने का सिलसिला चालू हो चुका है। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मकानों को तोड़ा जा रहा है।
इस दौरान सबसे पहले उन मकानों को तोड़ा गया जो अस्थायी रूप से और पहाड़ के ऊपरी हिस्से में बने हुए थे। इस दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने पर रोक लगा दी गई है।
केवल पुलिस प्रशासन और संबंधित विभागों विभागों के अधिकारियों को ही आने की अनुमति है। खोरी गांव में धारा 144 लगाई गई है।
यहां रहने वाले लोग लगातार सरकार की इस कार्रवाही का विरोध कर रहे हैं।
हजारों लोगों को बेघर करने के इस फैसले के खिलाफ खोरी गांव के 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारी गुरुवार को प्रधानमंत्री कार्यालय घेरने भी पहुंचे जिन्हें हिरासत में ले लिया गया।
वहीं दूसरी तरफ जबरन विस्थापन अभियान के विरोध में खोरी गांव के निवासी बड़ी संख्या में अंबेडकर पार्क में भी एकत्र हुए।
खोरी के लोगों के संघर्ष के समर्थन में वहां एकत्रित छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के संगठनों के जत्थे के साथ मौजूद कई लोगों सहित आई.एफ.टी.यू. (सर्वहारा) के सिद्धांत राज और विदुषी प्रजापति को गुरुवार की शाम 5.30 बजे हरियाणा पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया गया।
कानून का उल्लंघन कर उन्हें बिना गिरफ्तारी वारंट के सूर्यास्त के बाद तक गिरफ़्तार कर रखा गया और हरियाणा पुलिस द्वारा उनके फोन छीन लिए गए।
ऐसे समय में जब महामारी के चलते पूरा देश त्रस्त है और जीवन यापन का संघर्ष सामने है उस दशा में गांव में बड़े पैमाने में रहने वाले प्रवासी मजदूर सिर पर छत खोने से चिंतित हैं।
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