नौदीप कौर के साथ गिरफ्तार शिव कुमार की मेडिकल रिपोर्ट में गंभीर चोटों के साक्ष्य

नौदीप कौर के साथ गिरफ्तार शिव कुमार की मेडिकल रिपोर्ट में गंभीर चोटों के साक्ष्य

मज़दूर अधिकार संगठन के अध्यक्ष शिव कुमार जिनको 16 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था,उनकी मेडिकल रिपोर्ट बुधवार को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में पेश की गई।

सरकारी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच),चंडीगढ़ की मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया है कि शिव कुमार के शरीर में गंभीर चोटों के निशान मिले है।

रिपोर्ट बताती है कि “शिव कुमार के बांए हाथ और दाहिने पैर में कम से कम दो फ्रैक्चर हैं, उनके पैर और हाथों के नाखून टूटे हुए है, दाएं और बाएं पैर मे चोट, लंगड़ा कर चलना, दाएं पैर में सूजन, बाएं पैर में सूजन, बाएं पैर के अंगूठे में कालापन, बाएं अंगूठे और तर्जनी में कालापन, कलाई में सूजन, बाएं जांघ पर कालापन हैं।”

रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि ये सारे चोट दो हफ्ते पुराने है और ये चोटें किसी कुंद हथियार के कारण हुआ है।

शिव कुमार के वकील अर्शदीप चीमा के मुताबिक, “पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में पेश की गई उनकी मेडिकल रिपोर्ट में गंभीर चोटों की बात सामने आई है।”

चीमा ने कहा कि कोर्ट ने हरियाणा पुलिस से पुरानी रिपोर्ट भी माँगी है जिसमें दावा किया गया था कि उनके शरीर पर कोई चोट नहीं है।

मालूम हो कि 16 जनवरी को कुमार को गिरफ्तार किया गया था। 19 फरवरी को कोर्ट ने सोनीपत जेल के एसपी को निर्देश दिया था कि कुमार की जांच जीएमसीएच में कराई जाए, इसके बाद उनके पिता राजबीर ने कोर्ट को बताया कि कुमार को ‘पुलिस प्रताड़ना’ का शिकार होना पड़ा है।

वही  सोनीपत (हरियाणा) के जेल अधिकारियों ने अदालत को बताया कि शिव कुमार को दो फ़रवरी को जेल में लाया गया था।

उन पर सेक्शन 148, 149, 323, 384 और 506 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। ये धाराएं दंगा भड़काने और डराने धमकाने से जुड़ी हैं।

इसके अलावा 12 जनवरी को उनपर हत्या के प्रयास, दंगे और अन्य मामलों में एफ़आईआर दर्ज की गई। तीसरा केस भी उसी दिन कुंडली पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था।

शिव कुमार के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि “16 जनवरी को उनकी गिरफ्तारी के बाद उन्हें  पुरानी कचहरी, सोनीपत ले जाया गया, जहां सीआइ स्टाफ ने उनके साथ मारपीट की।”

शिव ने बताया कि रातों को उन्हें सोने नहीं दिया जाता था।उनके पैरों को बांध उनके तलवों पर डंड़े से मारा जाता था,जांघो पर पाइप रख उस पर पुलिस वाले चढ़ जाते थे।

शिव कुमार के मेडिकल जांच में शामिल मनोरोग विशेषज्ञ ने बताया कि कुमार बेहद सदमे में है।

कुमार की जांच करने वाली जीएमसीएच के डॉक्टरों की टीम में हड्डी रोग, मनोरोग, जनरल सर्जरी, रेडियो डायग्नोसिस, फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग के लोग शामिल थे।

कुमार के आरोपों पर इंडियन एक्सप्रेस ने हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव और सोनीपत एसपी रहे जश्नदीप सिंह रंधावा को टेक्स्ट मेसेज किया जिसका फिलहाल कोई जवाब नहीं मिला है।

इससे पहले इसी संगठन से जुड़ी नौदीप कौर को भी बिल्कुल इसी तरह के आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया था।

इस संगठन से जुड़े लोगों का कहना है कि पुलिस पूरी तरह से फैक्ट्री मालिकों के पक्ष में काम कर रही है।मज़दूरों का बकाया वेतन दबाए बैठे फैक्ट्री मालिक वेतन की मांग कर रहे लोगों को पुलिस के सहयोग से झूठे मामलों में फंसा कर प्रताड़ित कर रही है।

(इंडियन एक्सप्रेस की खबर से इनपुट के साथ)

 

(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुकट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें।)

 

Abhinav Kumar

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.