नवरीत सिंह मौत मामले में प्रत्यक्षदर्शियों और परिवार ने पुलिस पर लगाया हत्या का आरोप

 नवरीत सिंह मौत मामले में प्रत्यक्षदर्शियों और परिवार ने पुलिस पर लगाया हत्या का आरोप

26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान उत्तराखंड के रहने वाले नवरीत सिंह की मौत हो गई थी।

दो प्रत्यक्षदर्शियों और नवरीत सिंह के परिवार ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उसने 26 जनवरी को नवरीत पर गोलियां चलाई थीं।

रामपुर के रहने वाले 25 साल के नवरीत की 26 जनवरी को किसानों की रैली के दौरान मौत हुई थी।

कारवां मैगजीन के मुताबिक, प्रत्यक्षदर्शियों ने उसे बताया कि उन्होंने पुलिस को नवरीत पर गोलियां चलाते देखा था, इसके कुछ सेकेंड के बाद ही उसका ट्रैक्टर पलटा था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि नवनीत की मौत सिर में चोट लगने से हुई थी।

अपने पोते की लाश देखने वाले नवरीत के दादा हरदीप सिंह ने आरोप लगाया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट अधूरी है।

उनका कहना है कि रिपोर्ट में यह दर्ज नहीं किया गया कि गोली लगने से घावों के चलते नवरीत की जान गई, इसकी बजाय मरने से पहले सिर में चोट को मौत की वजह बता रही है।

दूसरी ओर, दिल्ली पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों और नवरीत के परिवार के आरोपों से इंकार किया है।

सेंट्रल(दिल्ली) जिले के डीसीपी जसमीत सिंह ने कहा कि नवरीत पर कोई गोली नहीं चलाई गई।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह सामने आ चुकी है। हालांकि वह घटना की और जानकारी देने से इंकार करते हैं।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट को यूपी के रामपुर जिले के तीन डॉक्टरों के पैनल ने तैयार किया था। इसमें नवरीत की मौत की वजह शॉक और मौत से पहले सिर में चोट को बताया गया है।

वहीं, पोस्टमार्टम करने में 13 साल का अनुभव रखने वाले एक फॉरेंसिक एक्सपर्ट की राय नवरीत के परिवार से मेल खा रही है।

नवरीत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद इस एक्स्पर्ट का कहना है कि डॉक्टरों ने जिस तरह चोटों का जिक्र किया है, उसके हिसाब से मौत की वजह केवल गोली लगना ही हो सकती है।

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Abhinav Kumar

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