जनरल मोटर्स का पुणे प्लांट आज से बंद, कोर्ट जाने की तैयारी में 1000 वर्कर
कोरोना की आड़ में ऑटो सेक्टर की कंपनियों में शटडाउन का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है और ताज़ा ख़बर महाराष्ट्र के पुणे से हैं।
प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी जनरल मोटर्स पुणे के तालेगांव स्थित प्लांट को आगामी 25 दिसंबर को यानी क्रिसमस के दिन बंद करने की योजना बना रही है।
कंपनी इस प्लांट को चीन को ऑटोमोटिव कंपनी ग्रेट वाॅल मोटर्स को बेचना चाह रही थी लेकिन उसके साथ डील फ़ाइनल नहीं हो सकी।
एक हजार वर्करों वाली इस कंपनी की वर्कर यूनियन और मेनेजमेंट के बीच हुई वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकला था, जिसके बाद यूनियन के पदाधिकारियों ने राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे से भी मुलाकात की।
उन्होंने सीएम से कहा कि नया खरीदार मिलने तक प्लांट को चालू रखा जाए जिससे वर्करों की नौकरी बची रहे. वर्कर कानूनी कार्रवाई करने के लिए कोर्ट जाने पर भी विचार कर रहे हैं।
कंपनी पहले ही भारत में अपने वाहनों की बिक्री बंद कर चुकी है लेकिन फिर भी इस प्लांट में एक्सपोर्ट किए जाने वाले वाहनों के लिए काम-काज हो रहा था।
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जनरल मोटर्स ने साल 1996 में भारत में अपने ऑपरेशन की शुरूआत की थी, जो कि साल 2017 तक चला। इसके बाद कंपनी ने भारत में अपने ऑपरेशन को बंद कर दिया था।
जनरल मोटर्स पुणे स्थित इस प्लांट में इंटरनेशनल मार्केट के लिए वाहनों का निर्माण करती है। यहां पर मुख्य रूप से बीट हैचबैक कार का निर्माण किया जाता रहा है, जिसे कंपनी मैक्सिको के बाजार में एक्सपोर्ट करती है।
यहां तक कि अक्टूबर 2020 में यह कार देश की सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट की जाने वाली कार भी रही है। कंपनी ने इस दौरान बीट हैचबैक के 5,075 यूनिट्स को एक्सपोर्ट किया था।
मौजूदा समय में पुणे स्थित जनरल मोटर्स के इस प्लांट में तकरीबन 1,000 कर्मचारी काम करते हैं। बताया जा रहा है कि इन कर्मचारियों को आगामी जनवरी 2021 तक की सैलरी दी गई है।
वहीं कानूनी और प्रशासनिक कर्मचारी मार्च 2021 तक कंपनी से जुड़े रहेंगे। कंपनी के इस आखिरी प्लांट के बंद होने के बाद जनरल मोटर्स पूरी तरह से भारतीय बाजार को अलविदा कह देगी।
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