विशाखापटनम: मास्क-ग्लव्स मिलना तो दूर, काम के लिए सफाई कर्मचारी खुद से झाड़ू खरीदने को मजबूर

विशाखापटनम: मास्क-ग्लव्स मिलना तो दूर, काम के लिए सफाई कर्मचारी खुद से झाड़ू खरीदने को मजबूर

आंध्र प्रदेश के Greater Visakhapatnam Municipal Corporation (GVMC) में सफाई कर्मचारियों की कमी लंबे समय से चली आ रही है।

लेकिन मौजूदा सफाई कर्मचारियों पर अत्याचार की हद तो तब पार हुई जब बेसिक सुरक्षा सामान जैसे कि दस्ताने और मास्क तो दूर की बात है, उन्हें काम के लिए पर्याप्त झाड़ू, कचरा ढोने के लिए ठेला और डस्टबिन तक नहीं दिए गए हैं।

The Hindu की रिपोर्ट के अनुसार सामानों की कमी के मुद्दे को पहले भी कई कॉर्पोरेटरों के साथ साथ सत्ताधारी पार्टी YSR काँग्रेस के सदस्यों ने भी काउंसिल मीटिंग में उठाया है।

शहर के पूर्णा मार्केट की सफाई करने वाले एक मजदूर ने बताया कि घरों से कचरा इकट्ठा करने के लिए उसके पास कोई ठेला नहीं है।

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वे बताते हैं कि एक बड़ा डस्टबिन ढो कर उन्हें घर-घर कचरा इकट्ठा करने जाना पड़ता है, और जितनी बार वह पूरा भरता है, उतनी बार उसे कलेक्शन पॉइंट पर खाली कर के आना पड़ता है।

उन्होंने कहा कि जरूरी सामान नहीं मिलने के कारण उनका काम दोगुना हो जा रहा है।

MVP कॉलोनी की सफाई करने वाले एक मजदूर ने बताया कि मास्क, ऐप्रन, दस्ताने, आदि मुहैया करना अनिवार्य है लेकिन उसके बावजूद उन्हें कुछ नहीं दिया जाता है। उन्हें नंगे हाथों से कूड़ा उठा कर गाड़ियों में डालना पड़ता है।

सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि GVMC ने बहुत जगहों से डंपर बिन हटवा दिए हैं। उनका कहना है कि अगर एक दिन भी कचरा गाड़ी नहीं आती है तो लोग सड़क पर या बाहर ही कचरा डाल देते हैं, जिससे हर तरफ कूड़े का ढेर लग जाता है।

माधवधारा से एक सफाई कर्मचारी ने बताया कि डंपर बिन नहीं होने के कारण उन्हें सड़क पर से कचरा उठाना पड़ता है और आस पास जहां भी डंपर बिन हो, वहाँ तक ले जाना पड़ता है। अगर वो भरा हुआ होता है तो CLAP (क्लीन आंध्र प्रदेश) गाड़ी का इंतज़ार करना पड़ता है।

GVMC मुंसिपल वर्कर यूनियन के अध्यक्ष, जी वेंकट रेड्डी ने कहा, “अधिकारियों के दबाव में, कर्मचारियों की भारी कमी को नज़रअंदाज़ करते हुए, काम को पूरा करने और सफाई सुनिश्चित करने के लिए सफाई निरीक्षक कर्मचारियों पर जोर दे रहे हैं।”

उन्होंने आरोप लगाया, “सैनिटरी इंस्पेक्टरों से बार-बार गुहार लगाने के बाद भी सफाई कर्मचारी झाड़ू और अन्य उपकरण खरीदने को मजबूर हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।”

शहर में कोरोना महामारी के दौरान स्वच्छता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कार्यकर्ता, एहतियात के तौर पर निगम के अधिकारियों से फेस मास्क, दस्ताने और बुनियादी COVID-19 दवा किट प्रदान करने का आग्रह कर रहे हैं।

मई के दौरान हुई काउंसिल की बैठक में जब यह मुद्दा चर्चा में आया तो GVMC के अधिकारियों ने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने और जल्द से जल्द पर्याप्त उपकरण उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिया।

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Workers Unity Team

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