नौदीप के बाद एक और दलित श्रमिक अधिकार कार्यकर्ता को हरियाणा पुलिस ने लिया हिरासत में
कुंडली(सोनीपत) में फैक्ट्री मालिक द्वारा पिछले कई महीनों के काम का वेतन न देने पर मजदूर अधिकार संगठन की अगुवाई में विरोध प्रदर्शन किया गया। इसी दौरान फैक्ट्री मालिक द्वारा बुलाए गए गुंडों ने मजदूरों के साथ हाथापाई की और कई हवाई फायर किए।
पुलिस प्रशासन द्वारा फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई ना करते हुए वेतन मांगने गए मजदूरों के खिलाफ केस दर्ज किए और मजदूर अधिकार संगठन के अध्यक्ष शिव कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले मजदूर कार्यकर्ता नौदीप कौर को गिरफ्तार कर लिया गया था।
शिवकुमार मज़दूर अधिकार संगठन के अध्यक्ष है और पुलिस ने उन्हें जिस केस में गिरफ्तार किया है वों उस घटना के दौरान मौजुद भी नही थे।
बेहद गरीब दलित परिवार से आने वाले शिवकुमार शारीरिक रुप से विकलांग है। और उनके पिता एक निजी स्कूल में चौकीदार का काम करते है।
फिलहाल पुलिस ने शिवकुमार को 10 दिनों के रिमांड पर रखा है।
शिवकुमार के परिवार वालों ने बताया कि उन्हें शिव की गिरफ्तारी की कोई जानकारी ही नही थी। 2 फरवरी को उनके गांव के एक व्यक्ति ने जब उन्हें थाने में देखा तब उनके परिवार को सूचित किया।
परिवार को डर सता रहा है कि 10 दिनों के पुलिस के दौरान शिव को भयानक शारीरिक यातनाएं दी जायेंगी।
संगठन से जुड़े लोगों ने बताया कि उनका संगठन सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में धरने में शामिल रहा हैं और इसके साथ-साथ किसानों के समर्थन में मजदूरों को एकजुट करने के लिए लगातार अभियान भी चला रहा है।
इससे पहले संगठन से जुड़ी नौदीप कौर को भी बिल्कुल इसी तरह के घटनाक्रम में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसते बाद पुलिस की कार्यशैली को लेकर चौतरफा विरोध प्रदर्शन हुए।
शिवकुमार के एक साथी ने बताया कि अपनी शारीरिक अक्षमता के बावज़ूद शिव मज़दूरों के बकाये वेतन को दिलाने के इस अभियान को लेकर पुरी तरह समर्पित रहे है। क्या मज़दूरों द्वारा अपने मेहनत का दाम मांगना गलत है?
उन्होंने बताया कि पुलिस पुरी तरह से फैक्ट्री मालिकों के दबाव में काम कर रही है।
उन्होंने सभी संगठनों और आम जनता से अपील की कि शिवकुमार की रिहाई को लेकर एक अभियान छेड़ा जाये।
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