हरियाणा : बीफ खाने के शक में प्रवासी मज़दूर की पीट-पीट कर हत्या, मुख्यमंत्री का बयान ” गांव में गाय माता के लिए श्रद्धा,इनको कौन रोकता है “
हरियाणा पुलिस ने पश्चिम बंगाल के एक प्रवासी मजदूर की कथित तौर पर गोमांस खाने के संदेह में पीट-पीटकर हत्या करने के आरोप में दो किशोरों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के गौरक्षक समूहों से संबंध होने का संदेह है और मामले की आगे की जांच जारी है।
मृतक साबिर मलिक (22) की 27 अगस्त को हरियाणा के चरखी दादरी जिले में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है ।
साबिर अपने परिवार के साथ कूड़ा बीनने का काम करने के लिए पश्चिम बंगाल से आया था और हंसवास खुर्द गांव में अपनी पत्नी और दो साल की बेटी के साथ रह रहा था।
घटना से कुछ घंटे पहले, युवकों के एक समूह ने गांव में पुलिस को बुलाया, जिन्होंने दावा किया था कि वहां झुग्गियों में गोमांस पकाया और खाया जा रहा है। पुलिस ने मांस को जब्त कर जांच के लिए भेज दिया।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने साबिर की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
इस मामले में पुलिस ने अभिषेक, मोहित, कमलजीत, साहिल और रविंदर नामक युवकों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपाधीक्षक धीरज कुमार ने बताया, “27 अगस्त को हंसवास खुर्द गांव में कुछ युवकों ने कूड़ा बीनने वालों को पकड़ा और आरोप लगाया कि वे गोमांस खा रहे हैं।
साबिर उसी गांव में रहता था। मौके पर पुलिस को भी बुलाया गया और जांच करने पर पता चला कि वहां झुग्गियों में रहने वाले कुछ लोग मांस पका रहे थे।
फोरेंसिक और पशु चिकित्सा विशेषज्ञों ने मौके का निरीक्षण किया और मांस के नमूने जब्त किए ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह वास्तव में गोमांस था या नहीं।”
मृतक के परिजनों का बयान
साबिर के रिश्तेदारों ने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया कि उसी दिन उन्हें थाने बुलाया गया और पूछा गया कि क्या उन्होंने गोमांस खाया है।
रिश्तेदारों के अनुसार, साबिर और उसके दोस्त असीरुद्दीन को खाली प्लास्टिक की बोतलें बेचने के बहाने एक दुकान पर बुलाया गया और उन दोनों पर हमला किया गया।
जबकि असीरुद्दीन भागने में कामयाब रहा, आरोपियों ने साबिर को मोटरसाइकिल पर दूसरे स्थान पर ले जाकर फिर से हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई। साबिर का शव शाम के समय झुग्गियों के पास एक नाले में मिला, जहाँ वह रहता था।
क्या है पुलिस के FIR में
पुलिस ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया गया था, जिन्हें शुक्रवार और शनिवार को गिरफ्तार किया गया।
FIR के मुताबिक, 27 अगस्त की सुबह कुछ युवक बड़हरा गांव के पास एक झुग्गी बस्ती में रहने वाले कबाड़ व्यापारी साबिर के पास आए। आरोपी यह कहकर उसे स्थानीय बस स्टैंड पर ले गए कि उनके पास कुछ कबाड़ है, जिसका निपटान करना है। आरोपियों ने एक अन्य प्रवासी, असम के रहने वाले असीरुद्दीन को भी बस स्टैंड पर बुलाया था । और इसके बाद कथित तौर पर दोनों प्रवासी मजदूरों को पीटने लगे।
इस दौरान जब अगल-बगल से जा रहे राहगीरों ने हस्तक्षेप किया, तो आरोपी दोनों मजदूरों को अपनी मोटरसाइकिलों पर बिठाकर किसी अन्य स्थान पर ले गए।
रिपोर्ट के मुताबिक, साबिर को बाद में भांडवा गांव में एक नहर के पास मृत पाया गया. वहीं, असीरुद्दीन दूसरे स्थान पर घायल अवस्था में मिले. उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
डीएसपी धीरज कुमार ने कहा, “आरोपियों को अदालत में पेश किया गया और पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। हम उनसे आगे की जानकारी के लिए पूछताछ कर रहे हैं। चुनाव के कारण राज्य में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। हम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए चरखी दादरी के प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च कर रहे हैं। यहां स्थिति सामान्य है और शांति भंग नहीं हुई है।”
पीड़ित का पारिवारिक पृष्ठभूमि
साबिर पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के मियारभेरी गांव का निवासी था।
उसके घर पर परिवार इस अपराध की क्रूरता से स्तब्ध है। रिश्तेदारों ने बताया कि साबिर पिछले पांच सालों से हरियाणा में काम कर रहा था और हर छह-सात महीने में अपने घर आता था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फोन कर परिवार को नौकरी देने का वादा किया है।
साबिर के बहनोई सूरजुद्दीन के अनुसार, हरियाणा पुलिस ने परिवार को राज्य में दफनाने का प्रस्ताव दिया, लेकिन परिवार ने विनती की कि शव को बंगाल वापस ले जाया जाए।
साबिर के चाचा बाबर अली मलिक ने भी शव को वापस लाने के लिए पुलिस से अनुरोध किया।
टीएमसी के राज्यसभा सदस्य और प्रवासी मजदूर कल्याण बोर्ड (पश्चिम बंगाल) के अध्यक्ष समीरुल इस्लाम ने कहा, “यह एक भयावह घटना है। हम परिवार के साथ हैं। हमारी सरकार हरियाणा सरकार के संपर्क में है। बंगाल के प्रवासी मजदूरों को विभिन्न राज्यों में निशाना बनाया जा रहा है। हाल ही में ओडिशा में उनके साथ मारपीट की गई। हम साबिर के लिए न्याय चाहते हैं।”
‘गांव में गाय माता के लिए श्रद्धा,इनको कौन रोकता है ‘
हरियाणा के चरखी-दादरी जिले में प्रवासी मजदूर की बीफ खाने के शक में हत्या कर दी गई. इस घटना में कुछ गिरफ्तारियां हुई हैं. मामले में अब सीएम सैनी का बयान आया है।
वही इस पुरे घटनाक्रम पर हरियाणा के मुख्यमंत्री ने बयान देते हुए कहा कि, ‘मॉब लिंचिंग जैसी बातें ठीक नहीं हैं । हमने गोमाता के संरक्षण के लिए विधानसभा के अंदर भी कड़ा कानून बनाया है. गोमाता पर कोई समझौता नहीं है। गांव में गोमाता के लिए इतनी श्रद्धा है कि अगर उनको पता चल जाए कि इस प्रकार का ये हालात कर रहे हैं (गो हत्या), तो वो गांव के लोग हैं, इनको कौन रोकता है। लेकिन इस प्रकार की घटनाएं नहीं होनी चाहिए।ये घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। मैं उन लोगों से भी कहना चाहूंगा कि वो इस प्रकार के संसाधनों में संलिप्त न हों, उससे बचना चाहिए।’
(इंडियन एक्सप्रेस की खबर से इनपुट के साथ)
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