अब हरियाणा की एनडीए सरकार को गिराना होगा, दादरी महापंचायत में किसान नेताओं का आह्वान
मोदी सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए अब हरियाणा की किसान विरोधी एनडीए सरकार को गिराना अब ज़रूरी हो गया है।
दादरी में सात फ़रवरी को हुई किसान महापंचायत में शामिल होने आए संयुक्त किसान मोर्चे के नेताओं ने ये बात कही।
भिवानी दादरी के बीच टोल प्लाजा पर किसान महापंचायत हुई जिसमें 50 हज़ार से ज्यादा किसानों ने भाग लिया। सयुंक्त किसान मोर्चा की तरफ से डॉ दर्शन पाल, बलवीर सिंह राजेवाल, अशोक धवले, संदीप गिड्डे, विकास सीसर, जोगिंदर नैण और राकेश टिकैत, इसमें मुख्य वक्ता रहे।
विधायक सोमवीर सांगवान व विधायक बलराज कुंडू समेत हरियाणा की अनेक खाप पंचायतों द्वारा आयोजित इस महापंचायत में 5 प्रस्ताव पास किये गए।
1. तीन किसान विरोधी कानूनों को रद्द किया जाए
2. स्वामीनाथन कमीशन के C2 फार्मूला पर MSP की कानूनी गारंटी प्रदान की जाए।
3. किसानों पर लगे झूठे मुकदमे वापस हो व गिरफ्तार किसानो को रिहा किया जाए।
4. पुलिस द्वारा जब्त किसानों के वाहन किसानों को वापस दिए जाएं।
5. NH 122b के किसानों को अधिग्रहित भूमि का उचित मुआवजा मिले।
महापंचायत में डॉ दर्शन पाल ने संबोधित करते हुए कहा कि यह आंदोलन नेताओं के देन नहीं बल्कि देश मे गहरे खेती संकट का नतीजा है। हरियाणा के किसानों को बधाई देते हुए कहा कि अब किसान विरोधी हरियाणा सरकार को गिराकर NDA को झटका देने की जरूरत है।
बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि 1947 में देश को केवल राजनैतिक आज़ादी ही मिली थी। हमें आर्थिक आज़ादी नहीं मिली है और सरकारें हमें कंपनियों का गुलाम बनाकर रखना चाहती है।
राजेवाल ने हरियाणा के किसानों को भाजपा, जजपा व उनके सहयोगियों पर निशाना साधते हुए कहा कि जैसे ही हरियाणा सरकार पर दवाब बनता है उससे सीधे केंद्र सरकार पर भी दबाब बनेगा।
राकेश टिकैत ने आयोजको का धन्यवाद देते हुए हरियाणा को बढ़ चढ़कर भाग लेने के लिए उत्साह बढ़ाया। उन्होंने सभी किसानो को दिल्ली आने के लिए प्रेरित किया। युवाओं से आग्रह किया कि अभी गुस्से पर काबू रखें व जब जरूरत होगी तब उपयोग किया जाएगा।
टिकैत ने उत्तराखंड में जल बहाव से हुए नुकसान पर चिंता व्यक्त करते हुए महापंचायत में पहुचे सभी किसानों से पर्यावरण के प्रति जागरूक रहने की अपील की। साथ ही राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि बिना कानूनों को रद्द करवाये वो अपने गांव नहीं जायेंगे।
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