केरल के अलाप्पुझा में शुरू होगा देश का पहला श्रमिक आंदोलन संग्रहालय
केरल के अलाप्पुझा में विश्व श्रमिक संघर्षों के इतिहास को दर्शाने वाला देश का पहला श्रमिक आंदोलन संग्रहालय शुरू किया जाएगा।
राज्य के पर्यटन विभाग के मुताबिक इस संग्रहालय में बड़ी संख्या में वो दस्तावेज़ और चीजें प्रदर्शित होंगी, जिसने इस महाद्वीप में श्रमिक आंदोलन को एक आकार दिया और खास तौर पर केरल में श्रमिक आंदोलन के लिए अलाप्पुझा को पूरी तरह से प्रभावित किया है।
विभाग ने कहा कि, पोर्ट और कॉयर म्युजियम्स के पास ‘लेबर मूवमेंट म्युजियम’ इस वर्ग के संघर्ष और मजदूरों के संघर्ष को दिखाने वाली ऐसी पहली कोशिश होगी।
ये पर्यटकों को अपनी ओर खींचने वाली वाली परियोजना का भी एक हिस्सा होगा।
म्युजियम को एलडीएफ सरकार के दूसरे सौ दिवसीय कार्यक्रम के तहत शुरू किया जाएगा।
विभाग ने बताया, ‘पूर्व में बॉम्बे की कंपनी के जरिए चलाए जाने वाले न्यू मॉडल को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड’ को लेबर मूवमेंट म्युजियम में बदल दिया गया है।
इन तस्वीरों, दस्तावेजों और दूसरे प्रदर्शनों के जरिए विश्व के श्रमिक आंदोलन और केरल के श्रमिक आंदोलन के इतिहास को दर्शाया जाएगा।
म्युजियम का स्ट्रक्चर पूरा हो जाने के बाद ही इसे आम लोगों के लिए खोला जाएगा।
इसके पूर्व में वोल्कार्ट ब्रदर्स के जरिए संचालित केरल स्टेट कॉयर कॉर्पोरेशन लिमिटेड भवन, कॉयर इतिहास का संग्रहालय बनेगा।
म्युजियम को बनाने में 9.95 करोड़ रुपये लगे हैं और 97 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
म्युजियम के पुराने पोर्ट ऑफिस और गोदाम का काम फिलहाल चल रहा है।
इस ऑफिस की लागत तकरीबन 4.63 करोड़ रुपये आई है, जिसका काम भी तकरीबन 90 फीसदी पूरा हो चुका है।
केरल में पूजा के स्थान, फैक्ट्रीज और ऐतिहासिक इमारतें भी इस प्रोजेक्ट का ही हिस्सा होंगी।
नहरों के जाल के चलते अलाप्पुझा को पूर्व का वेनिस भी कहा जाता है।
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