झारखंड सरकार ने मनरेगा श्रमिकों की मज़दूरी बढ़ाई, केंद्र सरकार ने मज़दूरी वृद्धि की मांग पर नहीं दिया था कोई जवाब
झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार ने मनरेगा के तहत मजदूरी को बढ़ाकर 225 रुपए करने का फैसला किया था। मनरेगा की ये बढ़ी दर 1 अप्रैल से पूरे राज्य में लागू हो गई हैं।
झारखंड में 1 अप्रैल 2021 से मजदूरों को मनरेगा के तहत 225 रुपए मजदूरी दी जाएगी। हेमंत सोरेन का फैसला 1 अप्रैल से पूरे प्रदेश में लागू हो गया है।
इस बारे में ग्रामीण विकास विभाग ने झारखंड के सभी उपायुक्तों, उप विकास आयुक्त और सह जिला कार्यक्रम समन्वयक को मनरेगा की बढ़ी मजदूरी के बारे में पत्र जारी करके जानकारी दे दी है।
केंद्र सरकार से मज़दूरी बढ़ाने की मांग लेकिन कोई आश्वासन नहीं मिला
मिली जानकारी के अनुसार, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भारत सरकार से मनरेगा के तहत राज्य के श्रमिकों को मिलने वाली मजदूरी को 194 रुपए से बढ़ाने का आग्रह किया था।
केन्द्र सरकार ने राज्य सरकार को इस बाबत काई आश्वासन नहीं दिया। जिसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ही राज्य में मजदूरी दर को 225 रुपए करने का फैसला किया था।
भारत सरकार ने झारखंड के मजूदरों के लिए जो मजदूरी निर्धारित की है और राज्य सरकार की निर्धारित मजूदरी के अंतर का वहन राज्य सरकार वहन करेगी।
बीते फरवरी में हेमंत सोरेन सरकार की मंत्रिपरिषद ने मनरेगा की मजदूरी को बढ़कार 225 रुपए करने का फैसला किया था।
उस समय झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट करते हुए कहा था कि मनरेगा योजना के अंतर्गत श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी दर में बढ़ोतरी करने के लिए राज्य योजना से अतिरिक्त व्यय की स्वीकृति और तदनुरूप बजटीय उपबंध करने की स्वीकृति मंत्रिपरिषद की बैठक में दी गई है।
राज्य सरकार का ये फैसला पूरे प्रदेश में 1 अप्रैल से लागू हो गया है। अब झारखंड में श्रमिकों को मनरेगा के तहत 225 रुपए मजदूरी मिलेगी।
(हिन्दूस्तान की खब़र से साभार)
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें।)