MCD: महिला सफाई मजदूर की भीषण गर्मी में काम करते हुए मौत, दूसरी घटना में महिला का शव मिला संदिग्ध हालत में
दिल्ली नगर निगम (MCD) के सफाई कर्मचारियों की मौत का सिलसिला जारी है और निगम की तरफ से बचाव के लिए कोई कदम या मदद का हाथ भी नहीं बढ़ाया जा रहा।
मंगलवार को दिल्ली में नरेला ज़ोन के खेड़ा कलां में कार्यरत डेली वेजर सफाई मजदूर राजवंती, पति ऋषिपाल, इस भीषण गर्मी में काम करते समय अचानक से चक्कर खा कर गिर पड़ीं।
दिल्ली नगर निगम यूनियन कोर कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष नरेश पिहाल के मुताबिक उन्हें डॉ अंबेडकर हॉस्पिटल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
एक दूसरी घटना में कुछ दिनों पहले दिल्ली नगर निगम की एक 48 साल की महिला सफाई कर्मचारी राजवती की फतेहपुर बेरी में मौजूद एक मातृ एवं शिशु कल्याण डिस्पेंसरी में रविवार को संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी।
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मृतका के छोटे बेटे संजीव ने वर्कर्स यूनिटी को बताया कि उनके घर से डिस्पेंसरी करीब एक किलोमीटर दूरी पर है और जहां वह काम करने रोज पैदल ही आती-जाती थी।
संजीव ने बताया की उनकी ड्यूटी सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक थी। शुक्रवार को जब माता जी पौने चार बजे तक नहीं आई तो वह डिस्पेंसरी गए लेकिन वहां भी नहीं मिली।
वहां मौजूद नर्स ने बताया कि राजवती काम से सुबह साढ़े दस बजे ही निकल गई थीं।
ऐसे में बेटे संजीव ने छतरपुर भाटी माइंस और आसपास के इलाकों में खोजबीन की लेकिन राजवाती कहीं नहीं मिली।
लेकिन जब परिवार वालों को तसल्ली नहीं हुई तो दोबारा डिस्पेंसरी में जा कर खोजबीन की गई। वहाँ मौजूद पुराने डिस्पेंसरी भवन में के शौचालयों को भी देखा गया।
जहां बेटे संजीव को बाल्टी और कुछ कपड़े नजर आए। पास जा कर देखने पर पता चल की उनकी मां टैंक के अंदर गिरी हुईं थी। आनन फानन में उन्हें बाहर निकाला गया तो मालूम चला की उनकी मौत हो चुकी है।
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निगम जिम्मेदारी से झाड़ रहा पल्ला
मृतक के परिजनों का आरोप है कि अगर निगम डिस्पेंसरी में हुई मौत की जिम्मेदारी निगम प्रशासन ही नहीं ले रहा तो उनकी मां की मौत का जिम्मेदार कौन है? परिजनों की मांग है की निगम जल्द ही जांच कर मौत की जानकारी उन्हें दे।
परिजनों की मांग है कि मौत की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों पर कार्रवाई हो। साथ ही जल्द से जल्द परिजनों की आर्थिक मदद की जाए और परिजनों को नौकरी दी जाए।
परिजनों ने बताया कि कई MCD सफाईकर्मियों के संगठनों के पदाधिकारी देवेंद्र प्रधान, निरंजन विडला, आदि सांत्वना देने आए और उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।
बता दें कि मृतक महिला सफाई कर्मी के पति जोगिंद्र की पिछले साल मौत हो चुकी है और परिवार में दो बेटे, पोते व पोतियां हैं और बेटी को भी शादी हो चुकी है।
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