धरना प्रदर्शन के बाद दिया 8 लाख रु. मुआवज़ा, नोएडा कंपनी में आगजनी से हुई थी मज़दूर की मौत
इसी रविवार को नोएडा सेक्टर 63 में स्थित साहू एक्सपोर्ट कंपनी में लगी आग में एक मज़दूर की जल कर मौत हो गई जबकि कई मज़दूर बुरी तरह झुलस गए। इन सभी का इलाज नोएडा, सेक्टर 27 के विनायक अस्पताल में चल रहा था।
जानकारी के अनुसार, मृतक मज़दूर शिव कुमार उत्तर प्रदेश के ज़िला औराया का रहने वाला था। मृत्यु के बाद कंपनी की ओर से किसी तरह की मुआवज़ा न दिए जाने पर स्थानीय सीटू की इकाई के साथ परिजनों ने साहू एक्सपोर्ट के गेट के सामने धरना शुरू कर दिया।
सीटू के ज़िला महासचिव रामसागर ने बताया कि मृतक मज़दूर के परिवार को आर्थिक मदद/ मुआवजा दिलवाने की मांग को लेकर सीटू गौतमबुद्धनगर जिलाध्यक्ष- गंगेश्वर दत्त शर्मा, उपाध्यक्ष- भरत डेंजर, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की नेता कामरेड नीरू देवी, चंदा बेगम के नेतृत्व में 8 नवंबर को सुबह 11:00 बजे से परिजनों ने कम्पनी के मुख्य द्वार के समक्ष धरना शुरू कर दिया।
धरने के बाद कंपनी प्रबंधन के साथ वार्ता हुई जिसमें श्रम प्रवर्तन अधिकारी राजकुमार सिंह, अशोक सिंह, हंसराज सिंह, विजय शंकर तिवारी, कारखाना निर्देशन अधिकारी आकाश व अंशुल तिवारी की मध्यक्षता में कई घंटे वार्ता चली।
आखिरकार दोनों पक्षों में मृतक मज़दूर के परिवार को आर्थिक/ मदद मुआवजा देने संबंधी समझौता हो गया, इसके बाद देर रात धरना समाप्त कर दिया गया।
समझौते के अनुसार, मज़दूर की पत्नी उषा देवी को बच्चों के भरण पोषण हेतु कम्पनी प्रबंधकों ने 8 लाख रुपए का चेक दिया। इसके साथ ही उषा देवी को स्थाई रूप से नौकरी दिया जाना प्रबंधकों ने मंजूर किया।
इसके अलावा शिव कुमार के इलाज में 6,22,000 रुपये खर्च को भी कम्पनी प्रबंधक ईएसआई से क्लेम करा कर उसके खाते में भिजवाएंगे और पत्नी को पेंशन व ईएसआई/ पीएफ से मिलने वाले सभी हित लाभ दिलवाने में परिजनों की पूरी मदद करेंगे।
कंपनी प्रबंधन ने मृतक के शव को उसके गांव/शहर औरैया उत्तर प्रदेश तक अपने खर्चे पर भिजवाने की जिम्मेदारी ली व दाह संस्कार के लिए 22000 रुपये नगद दिया गया।
गंगेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि मजदूर संगठन सीटू के अथक प्रयास व संघर्ष की बदौलत मृतक के परिवार को न्याय मिल पाया उन्होंने सहयोग के लिए श्रम विभाग व कारखाना निर्देशक विभाग के अधिकारियों और थाना सेक्टर- 71, नोएडा पुलिस अधिकारियों का धन्यवाद व्यक्त किया।
मृतक के शव को गांव- रजपुरा अजीतमल, जिला- औरैया उत्तर प्रदेश भिजवाने की व्यवस्था हो जाने के बाद धरना समाप्त किया गया।
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