पैसेंजर ट्रेनों का किराया होगा दोगुना
लॉकडाउन के बाद से ट्रेनों के परिचालन तो शुरु हो गये है लेकिन अभी भी लंबी दूरी की ट्रेनें ही ज्यादा चल रही है।
यात्रियों की परेशानी को देखते हुए पैसेंजर ट्रेन को दोबारा से चलाने का फैसला लिया गया है।
यह कई चरणों में चलाई जाएंगी। ट्रेन और स्टेशन पर सामाजिक दूरी बनाए रखने का हवाला देकर यह कदम उठाया जा रहा है।
हांलाकि,अब इन ट्रेन में पहले से दोगुना किराया लगेगा।हाल ही में दिल्ली से सात जोड़ी पैसेंजर ट्रेन मेल- एक्सप्रेस के रुप में चलाए जाने की घोषणा की गई है।
इनके ठहराव के स्टेशन और गति पूर्व की तरह ही होगी।इसमें कोई नई सुविधा नहीं जोड़ी गई है।कोरोना पूर्व दिल्ली से करीब 180 से अधिक पैसेंजर ट्रेन कुरुक्षेत्र,पलवल,अलीगढ़,मेरठ,शामली,रेवाड़ी और रोहतक समेत दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न रुट पर आवाजाही करती थी।
रेलवे बोर्ड ने उत्तर रेलवे को व्यस्तम रुटों पर कुछ ट्रेन चलाने की अनुमति दी है।
इसके अलावा होली पर बिहार और यूपी के लिए कुछ विशेष ट्रेन चलाने की घोषणा हो सकती है।
भीड़ नियंत्रित करना चुनौती
पैसेंजर ट्रेन में भीड़ नियंत्रित करना चुनौती होगी।खासकर छोटे स्टेशनों पर जहां संसाधन सीमित हैं,वहां सामाजिक दूरी बनाए रखने में मुश्किलें आएंगी।
दिल्ली-कुरुक्षेत्र रुट पर केवल एक ट्रेन चलाने की घोषणा हुई है।कोरोना पूर्व इस रुट पर रोजाना करीब 23 ट्रेन से एक लाख से अधिक दैनिक यात्री सफर करते थे।
दैनिक पैसेंजर यात्रियों की मांग है कि पैसेंजर ट्रेन की संख्या बढ़े और किराए में भी छूट मिलें।
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