प्रदर्शन के बाद पुलिस हरकत में आई, मजदूर नेता पर जानलेवा हमला करने वाले कटप्पा को किया गिरफ्तार
शाहबाद डेरी दिल्ली में रहने वाले मजदूरों मेहनतकशों के बीच काम करने वाले मजदूर नेता पर जानलेवा हमला करने वाले बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इंकलाबी मजदूर केन्द्र के मुन्ना प्रसाद ने बताया कि अरविंद कुमार को स्थानीय नशाखोर, गुंडे बदमाशों ने 7 अगस्त की मध्यरात्रि जानलेवा हमला कर बुरी तरह से घायल कर दिया था।
- ‘इंकलाबी मजदूर केन्द्र के कार्यकर्ता अरविंद के अपराधियों की जल्द हो गिरफ़्तारी’
- वर्कर्स यूनिटी को सपोर्ट करने के लिए सब्स्क्रिप्शन ज़रूर लें- यहां क्लिक करें
अरविंद के सिर, दोनों आंखों, जबड़ों एवं दाहिने हांथ में गहरे बड़े जख्म हैं। अपराधी गुंडों ने अरविन्द के साथ पत्नी प्रियंका, दीलीप कुमार, राजेश कुमार और कुंवर को भी बुरी तरह मारा।
घटना के एक महीना होने पर भी शाहबाद डेरी थाने की पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई जिसके बाद डीसीपी आफिस पर मजदूरों ने प्रदर्शन किया।
डीसीपी आफिस द्वारा थाने के एसएचओ को बुलाया गया था। लम्बी बात के बाद एसएचओ ने अपराधी गुंडों की गिरफ्तारी नहीं करने लिए गलती मानी तथा जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया था।
प्रदर्शन के 24 घंटे के अंदर स्थानीय पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
एक महीने से टालमटोल कर रही शाहबाद डेरी थाने की पुलिस ने प्रदर्शन के दबाव आज ही शाम को ही एक्शन में आ गई । पुलिस ने अपराधियों में से एक कटप्पा उर्फ सूरज को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है मामला
हमले में जख्मी इंकलाबी मजदूर केंद्र के कार्यकर्ता अरविन्द कुमार ने बताया कि आधी रात को हमले में गुंडे 15-20 की संख्या में थे। वे बेहोशी हालत में छोड़ कर भाग गये।
उन्होंने बियर की बोतल फोड़कर बतौर हथियार हमला किया जमीन पर गिरने के बाद लोहे की सरिया, डंडा, ईंट, बड़े पत्थर आदि से बुरी तरह मार कर बेहोश कर दिया।
अरविंद को बचाने गए चार अन्य लोगों को भी गुंडों ने हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया। इन गुंडों के हमले का शिकार अरविंद, पत्नी प्रियंका, दीलीप, राजेश सहित पांच लोग बुरी तरह घायल हुए हैं।
यह घटना 7-8 अगस्त की रात 12:30 बजे की है। उस रात अरविंद का पड़ोसी दीलीप पेशाब करने बाहर निकले थे। उस वक्त कट्टप्पा उर्फ सूरज नाम का एक बदमाश ने दीलीप पर यूंही खामखाह मारने लगा।
आवाज सुनकर अरविंद भी अपने घर से बाहर निकल गए और बीच बचाव करने लगे। बीच बचाव करने पर ही कट्टप्पा उर्फ सूरज ने बियर की बोतल फोड़कर जान से मार देने की नियत से भयंकर हमला कर दिया।
फिर बुरी तरह घायल अरविंद को कट्टप्पा उर्फ सूरज के साथ आए 15-20 गुंडों ने जंगल की ओर अंधेरे में ले जाकर उसे सरिया,डंडे, ईंट, बड़ें-बड़े पत्थरों से मारा तथा मृत जान कर चले गए।
अरविंद की पत्नी सहित बचाने गए अन्य चार लोगों को भी गुंडों ने सरिया-डंडों से बुरी तरह मारा। फोन करने पर पुलिस की गाड़ी आई और पुलिस वाले अरविंद सहित पांचों घायलों को रोहिणी स्थित अंबेडकर अस्पताल ले गये।
- अगले बजट सत्र में मजदूर संघर्ष रैली 2.0 का आह्वान, औद्योगिक मजदूर, किसान और खेतिहर मजदूर होंगे शामिल
- अमेरिका में मजदूर दिवस 5 सितम्बर को क्यों मनाया जाता है?
सिर में पांच टांके लगे
अरविंद कुमार की हालत गंभीर होने के कारण प्राथमिक उपचार व एमएलसी बनाकर अम्बेडकर अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया । शेष चार घायलों का इलाज अम्बेडकर अस्पताल में ही हुआ ।
अरविंद कुमार को सिर में पांच जगह बड़े कट पर तथा दाहिने हाथ पर चार बड़े कट पर टांके लगे हैं ।
इस हमले में अरविंद की नाक की दाईं ओर की हड्डी टूट गई है। सिर पर तीन जगह गहरी चोटें है। अरविंद का जबड़ा भी टूट गया है, डॉक्टरों ने इसके ऑपरेशन करने को कहा है। अरविंद की दाई आंख में गहरी चोट आयी है।
अभी तक उनको दाई आंख से कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि चोट के कारण उनकी दाई के पर्दे में छेद हो गया है, जिसका भी ऑपरेशन करना होगा अन्यथा उनको इस आंख से कभी दिखाई नहीं देगा।
बीयर की बोतल का घाव इतना गहरा है कि अभी इससे पश निकल रहा है। यह नहीं पता कि यह घाव ठीक होगा कि नहीं। घाव से पश निकलते रहने की हालत में कोई अनहोनी भी हो सकती है। अरविन्द का इलाज दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से चल रहा है ।
जानलेवा हमला में अरविंद की जान किसी तरह बच गई। आरोप है कि हमला करने वाले सभी अपराधी प्रकृति के हैं। ये सभी चोरी छिनैती सहित नशा के करोबार जैसे गैर कानूनी असामाजिक कार्य करते हैं ।
(वर्कर्स यूनिटी के फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर सकते हैं। टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। मोबाइल पर सीधे और आसानी से पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें।)