आंध्र प्रदेश: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर
पिछले 37 दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है.
एक महीने से ज्यादा समय से हड़ताल पर बैठी इन कार्यकर्ताओं की सरकार के साथ उनकी पांच दौर की बातचीत बेनतीजा रही.
कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का कहना है कि ” पांचवे दौर की वार्ता विफल होने के बाद सरकार तक अपनी बात पहुँचाने के लिए हमारे पास इस भूख हड़ताल के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचता. 17 जनवरी से हम भूख हड़ताल पर जा रहे हैं.”
प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश की सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि ” सरकार राज्य की लगभग एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की वास्तविक मांगों पर विचार नहीं कर रही. ये भूख हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक की आंध्र प्रदेश सरकार उनके लंबे समय से लंबित मुद्दों का समाधान नहीं कर देती.”
आंध्र प्रदेश प्रगतिशील आंगनबाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन की राज्य महासचिव वी. आर. ज्योति कहती हैं ” पिछली सरकार ने हमारी मांगों की पूरी तरह से उपेक्षा की थी. इस सरकार ने हमारे साथ पांच दौर की वार्ता की है ,लेकिन वो बेनतीजा रही हैं. हमने भूख हड़ताल का फैसला इसलिए लिया क्योंकि ये सरकार भी हमारी मांगों को लेकर गंभीर नहीं दिख रही.”
( द हिन्दू की खबर से साभार)
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