अहमदाबाद में दर्दनाक हादसा: निर्माणाधीन इमारत की लिफ्ट टूटने से 7 मज़दूरों की मौत
अहमदाबाद में एक निर्माणाधीन इमारत की लिफ्ट टूटने से 7 मज़दूरों की दर्दनाक मौत हो गई है। हादसे में एक मज़दूर के गंभीर रूप से घायल हो गया है। हादसा बुधवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुआ।
जानकारी के मुताबिक बिल्डिंग की नौवीं मंजिल पर काम चल रहा था और मजदूर लिफ्ट के जरिए सामान ऊपर ले जा रहे थे। इसी दौरान सातवीं मंजिल पर पहुंचते ही लिफ्ट टूट गई। जिसके बाद सभी मज़दूर नीचे आ गिरे। लिफ्ट में कुल 8 मजदूर सवार थे।
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वेब दुनिया से मिली जानकारी के मुताबिक हादसे वाली इमारत गुजरात यूनिवर्सिटी के पास बन रही है। इसका नाम एस्पायर-2 है। यहां जो लिफ्ट गिरी है, उसे कंस्ट्रक्शन मटेरियल ले जाने के लिए लगाया गया था। लोहे के ढांचे पर लगाई जाने वाली इस तरह की लिफ्ट को एलीवेटर कहा जाता है।
हादसे में जान गंवाने वाले मजदूरों के नाम संजयभाई बाबूभाई नायक, जगदीशभाई रमेशभाई नायक, अश्विनभाई सोमाभाई नायक, मुकेश भरतभाई नायक, राजमल सुरेशभाई खराडी और पंकजभाई शंकरभाई खराडी हैं।
हादसे के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत मृतकों को निकाला और घायल मजदूर को अस्पताल पहुंचाया।
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गौरतलब है कि काम के दौरान हो रही मज़दूरों की मौत भारी इजाफा हो रहा है। कंस्ट्रक्शन साइट पर सुरक्षा के मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। कार्यस्थल पर सुरक्षा के उपायों को बिल्डरों के ऊपर छोड़ दिया गया है। काम शुरू होने से पहले लेबर विभाग के अधिकारीयों को कार्यस्थल का मुआयना करना चाहिए।
मोदी सरकार जिन 44 श्रम कानूनों को खत्म कर लेबर कोड ला रही है उसमें सुरक्षा के नियमों को मालिकों के ऊपर छोड़ दिया गया है। उसमें ये भी नियम बना दिया गया है कि जो सुरक्षा मानकों के पालन को लेकर मालिक के दावे को सरकार मान लेगी, उसकी समय समय पर जांच पड़ताल नहीं की जाएगी।
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