बिहार के ग्रामीण बैंकों में महा घोटाला
मध्य बिहार ग्रामीण बैंकों द्वारा ठगी के खिलाफ ग्रामीण मज़दूर यूनियन की अध्यक्षता में ग्रामीण मज़दूरों में धरना दिया गया।
ग्रामीण मज़दूरों का आरोप है कि मध्य बिहार ग्रामीण बैंक ने स्कीम का बहाना दे कर ग्रामीण मज़दूरों को ठगा गया है। इसके विरोध में ग्रामीण मज़दूर यूनियन ने बीते गुरुवार को मध्य बिहार ग्रामीण बैंक, शाखा- कुशी के समक्ष धरना दिया गया।
ग्रामीण मज़दूर यूनियन के सदस्यों का कहना है कि मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के विभिन्न शाखाओं ने ग्रामीणों को यह बताया गया कि सभी ग्रामीण मज़दूरों के लिए सरकार एक स्कीम लाई गयी है।
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स्कीम के तहत प्रत्येक उम्मीदवार को 15000 हजार रुपए देने दी बात कही गयी थी। साथ ही यह भी कहा गया था कि इन रुपयों को बैंक वापस नहीं लेगा यह पूरे आपके हैं।
यूनियन ने कहा कि इसी आधार पर मध्य बिहार ग्रामीण बैंक प्रत्येक उम्मीदवार से 3000-3000 हजार रुपए बतौर घूस लेकर यह अनुदान की राशि को दिया गया।
अब मध्य बिहार ग्रामीण बैंकों द्वारा प्रत्येक ग्रामीण मज़दूर से 15000 हजार रुपये को सूद सहित जमा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
उनका कहना है कि इतना है नहीं इस आधार पर वृद्धा पेंशन में भी लगातार घूस ली जारही है।
धरना की अध्यक्षता अशोक कुमार और उषा देवी संयुक्त रूप से की। धरना को ग्रामीण मजदूर यूनियन बिहार के सदस्य अमित कुमार, ग्रामीण मजदूर यूनियन बिहार, प्रखंड-काराकाट के सदस्य योगेश, लालबाबू, विंध्याचल, कन्हैया, नूर हसन अंसारी, चंद्रमा, आदि लोगों ने संबोधित किया।
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