कनाडा में कुशल वर्करों की भारी ज़रूरत, ये हुनर हैं सबसे अधिक डिमांड में
अगर आप विदेश में रोज़गार के अवसरों को तलाश रहे हैं तो कनाडा एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
हाल ही में कनाडा के बिजनेस काउंसिल (BCC) एक सर्वे रिपोर्ट जारी कि है जिसमें पाया गया है आने वाले दो सालों में कनाडा को भारी संख्या में कुशल वर्करों की जरुरत पड़ने वाली है।
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BCC ने कनाडा के 80 व्यवसायों से बात कर के इस रिपोर्ट को तैयार किया है। व्यवसायों से पूछ गया की वो देश ने देश की आव्रजन (परदेश में बसना) प्रणाली का उपयोग कैसे करते हैं।
साथ ही किन मज़दूरों को यार्दा ज़रूता है और उनका कौशल विकास कैसे किया जाता है।
सर्वेक्षण के लिए चुनी गई कंपनियों में सर्वे के दौरान सामूहिक रूप से 1.6 मिलियन से अधिक कर्मचारी काम करते हैं।
सर्वेक्षण के अनुसार, दो तिहाई कर्मचारी ऐसे है जो व्यवसाय कनाडा की आव्रजन प्रणाली का उपयोग कर के काम मिलने का दावा करते है। वही दूसरी तरफ कुछ कर्मचारी ऐसे भी है जो बहुत साल पहले से ही कनाडा में आकर बस गए है।
सर्वे में पाया गए कि, कम्पनी के 50 फीसदी कर्मचरियों ने कि कनाडा को स्थायी निवासियों और मज़दूरों की संख्या हो रही बढ़ोत्तरी को स्वीकार करना होगा।
शेष नागरिकों ने सरकार की तीन साल की आव्रजन रणनीति का समर्थन किया। कनाडा को इस योजना के तहत 2022 में 431,645 नए स्थायी निवासी, 2023 में 447,055 और 2024 में 451,000 नए स्थायी निवासी प्राप्त करने का अनुमान है।
कनाडा का आप्रवासन स्तर योजना 2022-2024 का लक्ष्य सालाना 450 000 से अधिक नए स्थायी निवासियों को रोज़गार देना है। कनाडा में कई वर्क परमिट और आर्थिक श्रेणी के लिए कई तरह के मार्ग उपलब्ध हैं।
कौशल की कमी बड़ी समस्या
नियोक्ताओं को तकनीकी पदों को भरने में सब से ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इनमे कंप्यूटर विज्ञान, इंजीनियरिंग और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे उद्योगों में मई काम करने वाले कर्मचारियों में जयादातर कौशल की कमी होती है।
इसके अलावा व्यापारियों को नियोक्ताओं के लिए प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन निर्माण मजदूरों जैसे प्रशिक्षित व्यापारियों को ढूंढना मुश्किल है।
सर्वे के दौरान 80 फीसदी फर्मों का कहना है कि कौशल वाले कर्मचारियों का पता लगान सब से बड़ी समयस्या है। इस विषय में हर प्रांत और क्षेत्र के कर्मचारियों में कौशल कि कमी देखने को मिलती है। मज़दूर कौशल की कमी में सब से ज्यादा ओंटारियो, क्यूबेक और ब्रिटिश कोलंबिया के मज़दूरों में देखने को मिलती है।
मिंट में आई खबर के अनुसर आप्रवासन स्तर योजना मुख्य रूप से नियोक्ताओं को हो रही मज़दूरी की कमी को पूरा करना है।
सर्वेक्षण में भाग लेने वाले अधिकांश नियोक्ता ने इस मुद्दे पर अपने सहमति जताई है कि मज़दूरों की कमी को दूर करने के लिए आप्रवास करना जरुरी है जबकि एक नियोक्ता इस बात से बिलकुल सहमत नहीं हैं।
आप्रवासन स्तर योजना के सदस्यों का मानना है कि इस प्रणाली के का इस्तमाल कर के नियोक्ताओं कि परेशानी को काम किया जा सकता है।
इसके द्वारा औचित्य में अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क, अनुभव, और अप्रवासियों की विशेषज्ञता से लाभ उठाने का अवसर शामिल है साथ ही कार्यबल विविधता में वृद्धि और सेवानिवृत्त कर्मचारियों काम करने का मौका भी मिलता है ।
अधिकांश फर्म नए लोगों को प्रशिक्षण सहायता प्रदान करती हैं, जिसमें माध्यमिक शिक्षा के बाद वित्तीय सहायता, सलाह, व्यावसायिक विकास के अवसर और उनकी नई भाषा और संस्कृति में प्रशिक्षण शामिल हैं।
किस सेक्टर के मज़दूरों की है ज्यादा मांग
कौशल के आधार पर कनाडा में सबसे अधिक मांग 58 फीसदी इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के मज़दूरों की है। कंप्यूटर विज्ञान की 57 फीसदी इसके बाद इंजीनियरिंग और विश्लेषिकी 52 फीसदी का स्थान है।
कॉग्निटिव कंप्यूटिंग 47 फीसदी, साइबर सुरक्षा 46 फीसदी, सॉफ्टवेयर सेवाएं 39 फीसदी और कुशल ट्रेड 36 फीसदी ये कुछ और ऐसे सेक्टर हैं जिमे उचित कौशल के मज़दूरों की मांग शामिल है।
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