गाजियाबाद में रैपिड रेल स्टेशन निर्माण के दौरान ठेका मज़दूर की मौत
गाजियाबाद में रैपिड रेल प्रोजेक्ट में काम कर रहे एक ठेका मज़दूर की मौत हो गई। सेफ्टी बेल्ट टूट गई और मजदूर करीब 80 फीट ऊंचाई से नीचे गिर गया।
मृतक मज़दूर के परिजनों ने निर्माण कर रही कंपनी के खिलाफ 27 जुलाई को FIR कराई है।
वर्कर्स यूनिटी को सपोर्ट करने के लिए सब्स्क्रिप्शन ज़रूर लें- यहां क्लिक करें
मेरठ तिराहे पर हुआ था हादसा
एटा जिले में जैथरा थाना क्षेत्र के गांव बनार खिरिया में चंदन कुमार रहता था। वह और उसका छोटा भाई अमन कुमार गाजियाबाद में रैपिड रेल प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे।
KEC/मास इंजीनियरिंग कंपनी के अंडर में दोनों का करते थे। चंदन कुमार के अनुसार, 25 जुलाई की दोपहर दोनों भाई मेरठ तिराहे पर बन रहे रैपिड रेल स्टेशन की साइट पर काम कर रहे थे।
अमन कुमार सेफ्टी बेल्ट, कपड़े, जूते समेत सभी उपकरण पहनकर करीब 80 फीट ऊंचाई पर काम कर रहा था। अचानक सेफ्टी बेल्ट टूट जाने से वह नीचे आ गिरा।
साथी मजदूर घायल अमन को वसुंधरा के अस्पताल में ले गए। वहां डॉक्टरनों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
“हादसे के लिए कंपनी जिम्मेदार”
वहीं जागरण में आई खबर के मुताबिक मृतक के भाई चंदन कुमार ने कहा, ‘‘इस मौत के लिए निर्माण कराने वाली कंपनी सीधे तौर पर जिम्मेदार है। इस हादसे के तुरंत बाद कंपनी की तरफ से न तो कोई एंबुलेंस मुहैया कराई गई और न ही इलाज की व्यवस्था की गई।
इस कारण भाई की मौत हुई है। खराब सेफ्टी उपकरण होने की वजह से सेफ्टी बेल्ट टूट गई और उनका भाई नीचे आ गिरा।’’
सिहानी गेट थाने की पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें।)