डाईकिन: लम्बे समय के बाद गेट मीटिंग संपन्न, लेकिन नहीं हुआ कोई निर्णायक फैसला
राजस्थान के नीमराना स्तिथ डाईकिन प्लांट में डाइकिन प्रबंधक और डाइकिन यूनियन के बीच आखिरकार सोमवार को गेट मीटिंग संपन्न हुई। इस मीटिंग में डाइकिन यूनियन ने प्लांट कर अंदर मज़दूरों को होने वाली तमाम समस्याओं को लेकर बातचीत की।
डाइकिन मज़दूर यूनियन ने प्रबंधन से यूनियन के सेटलमेंट, ठेका मज़दूरों की समस्यायों, प्लांट के अंदर महिला मज़दूर सम्बन्धी समस्याओं और अवैद्य रूप से निलंबित 56 मज़दूरों की कार्यबहाली के मुद्दों पर चर्चा की गई।
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यूनियन के सदस्याओं ने वर्कर्स यूनिटी को बताया कि हमारी सभी समस्याओं को सुनने के बाद भी प्रबंधन ने कोई निर्णायक फैसला नहीं लिए बल्कि उन्होंने मज़दूरों की समस्यायों पर बात करने कर लिए 10 दिनों का और समय माँगा है।
उन्होंने बताया कि गेट मीटिंग का समय सुबह 10 निश्चित किया गया था, लेकिन प्रबंधन ने शाम को 5 बजे यूनियन के सदस्यों के साथ मीटिंग की। समय से मीटिंग न होने के कारण वह मीटिंग में शामिल होने आये श्रम विभाग के अधिकारी वहां से जा चुके थे।
गेट मीटिंग में प्रबंधन की ओर से पंकज दीवान, रंजीत, गौरव और नरेंद्र नेगी मौजूद थे वहीं यूनियन की तरफ से कालूराम शर्मा नोपाराम, बलराम प्रधान वे अन्य मज़दूर शामिल हुए।
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गौरतलब है कि डाइकिन प्रबंधक और डाइकिन यूनियन के बीच विवाद चल रहा है। जिसको लेकर काफी बार यूनियन द्वारा प्रबंधक से बात करने की कोशिश की गई लेकिन प्रबंधक हर बार मना कर देता है।
बीते शुक्रवार को डाइकिन एयरकंडीशनिंग मजदूर यूनियन और इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक) द्वारा डाइकिन कंपनी गेट पर मीटिंग करना की योजना बनाई थी। लेकिन प्रबंधन ने एक बार फिर बैठक करने से इंकार कर दिया था।
जिसके बाद मज़दूर यूनियन ने इंटक से साथ मिल कर अपनी मांगों का एक पत्र DM को सौंपा था। जिस दौरान यूनियन प्रतिनिधियों से लगभग 2 घंटे वार्ता की गई। जिसमें स्थानीय प्रशासन द्वारा सोमवार सुबह का समय निश्चित किया गया था।
(स्टोरी संपादित शशिकला सिंह)
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