अग्निपथ की तर्ज़ पर बैंकों में भी रखे जाएंगे कर्मचारी
सेना में अग्निवीरों की तर्ज पर अब बैंकों में भी कर्मचारियों की बहाली होगी।
यह कर्मचारी कॉन्ट्रेक्ट पर रखे जाएंगे। देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक एसबीआई अपना खर्च कम करने को मानव संसाधन संबंधित मुद्दों के लिए अलग कंपनी शुरू करने जा रहा है।
स्टेट बैंक की ऑपरेशन और सपोर्ट सब्सिडियरी को हाल ही में आरबीआई से सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है।
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कंपनी ग्रामीण और अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों में बैंक शाखाओं में कर्मचारियों का प्रबंधन करेगी।
दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर से मिली जानकारी के मुताबिक बैंकिंग क्षेत्र के जानकारों की माने तो यह कदम उठाकर बैंक अपना कॉस्ट-टू-इनकम रेश्यो कम करना चाहता है, जो अभी इंडस्ट्री स्टैंडर्ड के हिसाब से बहुत ऊंचा है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि पूरे देश में एसबीआई ने बैंक शाखाओं का एक बहुत बड़ा नेटवर्क स्थापित कर रखा है।
दूसरे बैंक भी नई व्यवस्था की ओर बढ़ा सकते हैं कदम
इस नई व्यवस्था का असर पूरी बैंकिंग, इंडस्ट्री पर दिखाई पड़ेगा। एसबीआई ऑपरेशन सपोर्ट सर्विसेस भारतीय बैंकिंग जगत में पहली सब्सिडियरी होगी। अब अन्य बैंक भी इस दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक कई बैंक पूर्व में आरबीआई के पास इस तरह की सब्सिडियरी बनाने के लिए प्रस्ताव दे चुके हैं लेकिन तब आरबीआई ने इसकी अनुमति नहीं दी थी।
अब एसबीआई को अनुमति मिलने के बाद अन्य बैंक भी पुराने प्रस्तावों को फिर आगे बढ़ाने के लिए आरबीआई से ऐसी सब्सिडियरी के लिए मंजूरी मांग सकते हैं।
इस प्रकार यह अग्निवीर की तरह बैक में भी एक नई बहाली योजना होगी।
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