किसानों ने पतंग में फँसाकर आंसू गैस के गोले बरसाते ड्रोन को कैसे गिराया?
सुरक्षा बलों की तरफ़ से आंदोलनरत किसानों के ऊपर शम्भू बॉर्डर पर दूसरे दिन भी रुक रुक कर आंसू गैस के गोले दागे जा रहे थे और पहले दिन की तरह आंसू गैस के गोले ड्रोन से गिराए गए.
अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाने के लिए अड़े किसानों को रोकने के लिए पुलिस हरसंभव उपाय कर रही है. किसानों पर आंसू गैस छोड़ने के लिए पुलिस द्वारा ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है.
हरियाणा पुलिस का कहना है कि ‘प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं’.
हालांकि आंसू गैस से बचने के लिए किसान पहले से अधिक सतर्क दिखाई दिए. उन्होंने पानी का टैंकर रखा हुआ है, जिससे वो रूमाल गीले कर चेहरे पर बांध रहे हैं.
इसके अलावा कई किसानों ने अपने चेहरे पर मुल्तानी मिट्टी लगा ली है, जिससे त्वचा पर आंसू गैस का असर कम हो.
किसान नमक भी रखे हुए हैं क्योंकि जब गैस का असर होता है तो घबराहट होती है और ब्लड प्रेशर गिरता है. ऐसे में वे नमक का सेवन कर लेते हैं.
ज़्यादातर किसानों के हाथों में गीली बोरियां हैं और जैसे ही आंसू का गोला गिरता है वे उस पर गीली बोरी डाल देते हैं जिससे उसका धुआं वहीं ख़त्म हो जाता है.
इसी बीच किसानों ने आंसू गैस के गोले गिरा रहे ड्रोन से निबटने का अनोखा रास्ता अपनाया है.
कई ऐसे वीडिओज़ वायरल हो रहे हैं,जिनमें देखा जा रहा है कि हरियाणा की ओर से आने वाले ड्रोन को रोकने के लिए कुछ युवा किसान पतंग उड़ा रहे थे.
वो पतंग को ड्रोन के पास ले जा रहे थे और कोशिश कर रहे थे कि कैसे उसे गिरा दें.
शाम पांच बजे के करीब इसी तरह की एक पतंग में फंस कर एक ड्रोन गिर गया. जैसे ही ड्रोन गिरा वहां मौजूद किसानों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी.
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