बेलसोनिका: क्या टूल डाउन करने पर मजदूरों का नहीं काटा 8 दिन का वेतन
By शशिकला सिंह
हरियाणा के आईएमटी मानेसर में मारुति के कंपोनेंट बनाने वाली कंपनी बेलसोनिका प्लांट में मज़दूरों ने अगस्त के महीने में दो दो घंटे का दो बार टूल डाउन किया था। जिसके बाद प्रबंधन ने सभी मज़दूरों के हाथ में आठ दिनों का वेतन काटने का नोटिस थमाया था।
मिली जानकारी के मुताबिक, इस मुद्दे पर प्रबंधन चुप्पी साध ली है। बीते बुधवार को सभी मज़दूरों के खाते में अगस्त महीने का वेतन आया है जिससे इस बात की पुष्टि हुई है कि प्रबंधन ने मज़दूरों का आठ दिन का वेतन नहीं काटा है।
आप को बता दें कि बेलसोनिका प्लांट के सभी मज़दूरों ने 1 अगस्त को दो दफा एक बार सुबह और दूसरा रात की शिफ्ट में टूल डाउन किया था। जिसके बाद प्रबंधन द्वारा 3 अगस्त की शाम को यह नोटिस चस्पा दिया गया है। साथ ही 31 अगस्त को सभी मज़दूरों को हाथ में 8 दिनों का वेतन काटने का नोटिस थमाया था।
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बेलसोनिका मज़दूर यूनियन के महासचिव अजीत सिंह ने वर्कर्स यूनिटी को बताया कि, “हमारी लड़ाई वेतन से सम्बंधित नहीं है आज भी मज़दूरों की लड़ाई प्रबंधन द्वारा लगातार मज़दूरों की छंटनी को लेकर है।”
क्यों किया था टूल डाउन
बेलसोनिका मज़दूर यूनियन का आरोप है कि प्रबंधन लगातार मज़दूरों पर झूठे आरोप लगा कर छंटनी करने की कोशिश कर रहा है। जिसके कारण मज़दूरों ने कंपनी में टूल डाउन किया था।
यूनियन का कहना है कि “बेलसोनिका प्रबंधन मशीनों पर काम करने वाले स्थाई और पुराने SRS ठेका मज़दूरों को हटा कर उनकी जगह पर नीम ट्रेनिंग, एफटी ई व नए ठेका वर्कर लगा रहा है। उनका आरोप है कि प्रबंधन छोटी-छोटी बातों पर मज़दूरों को सीधे सस्पेंड करने की धमकी दे रहा है साथ ही नो वर्क नो पे के लेटर भी थमा रहा है।”
‘मज़दूरों के साथ दुश्मनों जैसा बर्ताव’
यूनियन ने बताया कि “प्रबंधन की सारी उकसावेपूर्ण कार्रवाहियों के विरोध में यूनियन ने एक बार 2 दिन (20-21 मई 2022) को भूख हड़ताल भी की। परंतु प्रबंधन अपनी षड्यंत्रकारी नीति से बाज नहीं आ रहा है। प्रबंधन की इन सब उकसावेपूर्ण कार्रवाहियों के विरोध में यूनियन ने शासन – प्रशासन, श्रम विभाग को ज्ञापन, शिकायतें तक भी दी।”
बेलसोनिका यूनियन के प्रधान मोहिंदर कपूर ने बताया कि प्रबंधन ने पिछले वर्ष जुलाई 2021 से लगातार प्लांट के अंदर मजदूरों को परेशान करने व उकसाने के लगातार प्रयास किए।
बेलसोनिका प्रबंधन ने जुलाई 2021 में SRS नामक ठेकदार के पुराने ठेका श्रमिकों को जबरदस्ती वीआरएस/VRS देने की बात की थी।
बेलसोनिका मज़दूर यूनियन का आरोप है कि प्रबंधन मज़दूरों को यूनियन के खिलाफ भड़काना चाहता है। इसलिए उसने मज़दूरों को वेतन कटौती का नोटिस थमाया था।
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गौरतलब है कि प्रबंधन की कार्यवाही के विरोध में मजदूरों ने 1 अगस्त को 4 घंटे के लिए पूरी तरह से काम बंद (टूल डाउन) कर दिया था।
बेलसोनिका प्रबंधन द्वारा पिछले लगभग 1 वर्ष से मजदूरों को परेशान कर उकसावे पूर्ण कार्यवाही की जा रही है।
बेलसोनिका यूनियन द्वारा स्थाई काम पर स्थाई रोजगार समान काम पर समान वेतन की कानूनी मांग के बाद से ही प्रबंधन यूनियन व मजदूरों के साथ दुश्मनों की तरह बर्ताव करने लगा है।
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