मेरठ: सिलेंडर नहीं बारुद से हुआ धमाका, एक महिला की मौत, तीन बच्चों सहित सात मज़दूरों की हालत गंभीर
उत्तर प्रदेश के मेरठ में सोमवार को हुए सिलेंडर ब्लास्ट, जिसमें एक महिला की मौत हो गई, मामले में नया खुलासा हुआ है।
लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र में हुए धमाके में नई बात निकलकर सामने आई है कि ब्लास्ट सिलेंडर से नहीं, बल्कि बारूद से हुआ था।
दरअसल घर में अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे जिस वजह से यह हादसा हुआ।
हादसे में तीन मकान गिर गए थे जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी। तीन बच्चों सहित 7 मज़दूरों को मलबे से बाहर निकाला गया है। धमाका इतना तेज था कि आस-पास के मकानों के शीशे भी टूट गए।
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इसके तार बागपत के रहने वाले मुस्तकीम से जुड़े हैं। मुस्तकीम अवैध पटाखे बनाने और सप्लाई करने का धंधा करता है।
मेरठ पुलिस ने धमाके के सिलसिले में मुस्तकीम के खिलाफ केस दर्ज किया है और एक टीम उसकी गिरफ्तारी के लिए बागपत भेजी है।
जांच में यह भी सामने आया है कि अवैध विस्फोटों के मामले में मुस्तकीम पहले भी जेल जा चुका है।
25 बोरा विस्फोटक बरामद
NBT में प्रकाशित खबर के अनुसार समर गार्डन में जिस जगह सोमवार को विस्फोट हुआ उसी के पास एक धर्मकांटे से पुलिस ने 25 बोरा विस्फोटक बरामद किया है।
यह धर्मकांटा सुहैल और उसके भाई का बताया गया है। सुहैल सोमवार को हुए धमाके में घायल हो गया था और गंभीर हालत में दिल्ली के अस्पताल में भर्ती है।
पुलिस इस विस्फोटक के मामले में नया मुकदमा दर्ज कर रही है। यह भी पता किया जा रहा है कि इतना विस्फोटक-बारूद कहां से लाया गया।
फिलहाल मामले में आईपीसी धारा 304 और विस्फोटक अधिनियम धारा 3/4 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी
पुलिस टीम ने विस्फोट में घायल सुहैल के समर गार्डन स्थित मकान और उसके धर्मकांटे पर दबिश दी। सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस टीम ने यहां से बारूद की भरी हुई 25 बोरी बरामद की।
इन्हें पुलिस ने सील कर दिया है। यह धर्मकांटा कागजात में युसूफ के नाम पर है।
पुलिस ने यहां से पटाखे और आतिशबाजी भरकर रखने के डिब्बे भी बरामद किए हैं। खुलासा हुआ कि आरोपी कोर्सलर के नाम से पटाखे बना रहे थे।
पुलिस ने कुछ अन्य जगहों पर दबिश दी है। यहां भी बारूद की खेप होने की सूचना मिली थी। पुलिस का सर्च ऑपरेशन फिलहाल जारी है।
तीन दिन पहले मेरठ से लाया गया था विस्फोटक
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि यह सारा माल तीन से चार दिन पहले मेरठ लाया गया था। ड्राइवर सुनील, सुहैल और उसके साथियों का माल सप्लाई करने का काम करता था।
सोमवार को हादसा हुआ उस समय सुनील वहीं मौजूद था और झुलस गया था। अन्य आरोपियों की भी पहचान का काम शुरू कर दिया गया है।
मेरठ के एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया कि पुलिस ने छानबीन के दौरान कुछ जगहों पर दबिश दी थी। कुछ विस्फोटक बरामद किया है और इसे सील कर दिया है।
कानूनी कार्रवाई कराई जा रही है। सोमवार को हादसे में जो लोग घायल हुए उनका उपचार कराया जा रहा है। पुलिस स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
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