मूनलाइटिंग नहीं चलेगी, आईबीएम और इनफोसिस ने कर्मचारियों को चेताया
देश की प्रमुख आईटी कंपनी इंफोसिस और आईबीएम ने अपने कर्मचारियों को मूनलाइटिंग को लेकर सख्त निर्देश जारी किये हैं।
कंपनी ने मूनलाइटिंग को एम्पलॉयज कोड ऑफ कंडक्ट का सीधा उल्लंघन करार दिया है।एक के बाद एक कंपनियां कर्मचारियों को मूनलाइटिंग से रोक रही हैं।
इंफोसिस ने इसे लेकर एक ईमेल के जरिए सभी को आगाह करते हुए कहा कि यदि कोई भी कर्मचारी मूनलाइटिंग करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मूनलाइटिंग में एक व्यक्ति द्वारा एक ही समय में दो अलग-अलग कंपनियों के लिए काम किया जाता है।
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इसी कड़ी में अब आईबीएम (IBM) के एमडी संदीप पटेल ने कहा कि कंपनी में शामिल होने के समय कर्मचारी एक समझौते पर हस्ताक्षर करते हैं कि वे सिर्फ आईबीएम के लिए काम करेंगे।
इंडियन एक्सप्रेस से मिली जानकारी का मुताबिक उन्होंने कहा है कि ‘‘लोग अपने बाकी समय में जो चाहें कर सकते हैं, लेकिन इसके बावजूद ऐसा (मूनलाइटिंग) करना नैतिक रूप से सही नहीं है।”
मूनलाइटिंग में एक व्यक्ति द्वारा एक ही समय में दो अलग-अलग कंपनियों के लिए काम किया जाता है।
Wipro ने भी जताई थी आपत्ति
इससे पहले विप्रो (Wipro) के चेयरमैन रिशद प्रेमजी (Rishad Premji) ने मूनलाइटिंग पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने सीधे-सीधे इसे धोखाधड़ी करार दिया था।
रिशद प्रेमजी ने टेक इंडस्ट्री में मूनलाइटनिंग यानी कंपनी के काम के अलावा दूसरे काम करने को धोखेबाजी बताया था। अब इंफोसिस ने अपने कर्मचारियों को मेल लिखकर कड़ी चेतावनी दी है।
इंफोसिस ने अपने कर्मचारियों को ‘No Double Lives’ हैडलाइन से मेल किया है जिसमें कंपनी ने साफ किया कि दो कंपनियों में एक साथ नौकरी करते हुए पाये जाने पर उस कर्मचारी के खिलाफ डिसीप्लिनरी एक्शन लिया जाएगा। साथ ही उसे नौकरी से भी निकाल दिया जाएगा।
इंफोसिस ने अपॉइंटमेंट लेटर के क्लॉज का हवाला देते हुए कहा कि कंपनी की इजाजत के बिना कोई भी कर्मचारी किसी दूसरी कंपनी के लिए काम नहीं कर सकता है।
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क्या है मूनलाइटिंग?
ऑफिस के कामकाजी घंटों के बाद कर्मचारी द्वारा कोई दूसरी जॉब करना ही मूनलाइटिंग कहलाता है। एक कर्मचारी दिन में अपनी कंपनी में 9-5 की जॉब करता है। लेकिन वह एक्स्ट्रा पैसा कमाने के लिए रात में कोई दूसरी जॉब भी करता है।
कोरोना महामारी के समय जब कर्मचारी ऑफिस की बजाय घर से काम करने लगे, तो मूनलाइटिंग का ट्रेंड बढ़ा। लोग एक्स्ट्रा पैसा कमाने के लिए जॉब के अलावा दूसरे प्रोजेक्ट्स पर भी काम करने लगे। कुछ लोग कई कंपनियों में एक साथ जॉब करने लगे।
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