नेस्ले इंडिया के 1000 कर्मचारियों ने एक दिन किया कामकाज ठप्प, मजदूर नेताओं को पेड लीव देने की मांग

नेस्ले इंडिया के 1000 कर्मचारियों ने एक दिन किया कामकाज ठप्प, मजदूर नेताओं को पेड लीव देने की मांग

रविवार को नेस्ले की तीन फैक्ट्रियों के लगभग 1,000 कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया है। कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें यूनियन की गतिविधियों के आयोजन के लिए पेड लीव दी जाए, जबकि प्रबंधन इसके लिए तैयार नहीं है।

उत्पादन किया बंद

ये यूनियनें आईयूएफ इंडिया से जुड़ी हैं। एक कार्यकर्ता ने वर्कर्स यूनिटी को बताया कि नेस्ले यूनियन के पदाधिकारी 2 सितम्बर से लगातार यूनियन की गतिविधियों के लिए पेड लीव की मांग कर रहे हैं।

प्रबंधन ने अपने जवाब में कहा है कि यूनियन की गतिविधियों के लिए पेड लीव यूनियन का अधिकार नहीं है। और प्रबंधन ने बात करने से मना कर दिया।

ये भी पढ़ें-

एक मजदूर नेता का कहना है कि प्रबंधन के इस जवाब के बाद नेस्ले इंडिया के 3,500 स्थायी कारखाने के कर्मचारियों में से लगभग 1,000 कर्मचारियों ने एक दिन (रविवार) के लिए काम को पूरी तरह से बंद कर दिया था। जिसके कारण मैगी नूडल्स और नेस्कैफे कॉफी जैसे उपभोक्ता वस्तुओं के उत्पादन में गहरा असर देखने को मिला है।

उनका कहना है कि उधर, नेस्ले इंडिया ने एक बयान में कहा कि वह कर्मचारियों के साथ बातचीत कर रही है। नेस्ले इंडिया का कहना है कि उन्होंने कभी भी अपने कर्मचारियों पर किसी विशेष दिन काम करने का दबाव नहीं बनाया है।

एक ट्रेड यूनियन एक्टिविस्ट का कहना है कि  भुगतान किए गए ट्रेड यूनियन अवकाश का अधिकार महत्वपूर्ण ट्रेड यूनियन अधिकार है जो यूनियन प्रतिनिधियों को अपने संघ के सदस्यों का प्रभावी ढंग से प्रतिनिधित्व करने में मदद करता है।

अगर नेस्ले इंडिया ने यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत से इनकार कर दिया तो यूनियनों ने पेड ट्रेड यूनियन लीव के लिए बढ़ते अभियान को जारी रखने का फैसला किया। यह महत्वपूर्ण है कि नेस्ले इंडिया यूनियन के अधिकार का सम्मान करे और पेड ट्रेड यूनियन लीव की मांग के लिए यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करे।

काम बंद से  उत्पादन प्रभावित

प्रवीण ने बताया कि कर्नाटक में नेस्ले के नंजनगुड प्लांट, गोवा स्थित बिचोलिम फैक्ट्री और हिमाचल प्रदेश में कंपनी की ताहलीवाल यूनिट में रविवार को पूरी तरह से प्रभावित रहा। बिचोलिम प्लांट में नूडल्स और सॉस तैयार की जाती है।

माना जा रहा है कि यहां एक दिन काम नहीं होने से 215 टन उत्पादन प्रभावित होगा।

आप को बता दें कि नेस्ले की भारत में 9 फैक्ट्री हैं और भारतीय बाजार पर उसकी अच्छी पकड़ है। 2021 में कंपनी ने 146.3 अरब रुपए की बिक्री कर 21.4 अरब रुपए मुनाफा कमाया था।

ये भी पढ़ें-

गोवा के नेस्ले यूनियन के नेता मंगेश गांवकर ने कहा कि रविवार को काम छोड़ने की योजना से बिचोलिम संयंत्र में 215 टन उत्पादन प्रभावित होगा, जो नूडल्स और सॉस बनाता है।

उन्होंने कहा, “हम इसे एक विरोध के रूप में कर रहे हैं, हम आने वाले दिनों में स्थिति की समीक्षा करेंगे।” उन्होंने कहा कि व्यवधान को बढ़ाने की तत्काल कोई योजना नहीं है।

वर्कर्स यूनिटी को सपोर्ट करने के लिए सब्स्क्रिप्शन ज़रूर लें- यहां क्लिक करें

(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुकट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें।)

WU Team

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.