नेस्ले इंडिया के मज़दूरों ने दिवाली गिफ्ट का किया बहिष्कार
हरियाणा में पानीपत के समालखा स्थित ‘नेस्ले इंडिया’ फैक्ट्री के मज़दूरों और प्रबंधन के बीच तनाव जारी है। प्रबंधन द्वारा दिए जाने वाले दिवाली गिफ्ट का मज़दूरों ने सामूहिक रूप से बहिष्कार किया है।
मजदूरों का कहना हैं कि उनके खिलाफ प्रबंधन की ओर से बढ़ती हिंसा के विरोध में नेस्ले इंडिया लिमिटेड से दिवाली का उपहार नहीं लेने का फैसला किया है।
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नेस्ले वर्कर्स यूनियन के सदस्यों का आरोप है कि हमारे सदस्यों में से एक मजदूर पर प्रबंधन द्वारा हिंसक हमला किया गया था। जिसके बाद से वह अस्पताल में भर्ती हैं। उनका कहना है कि एक तरफ तो प्रबंधन मज़दूरों पर जानलेवा हमले कराती और दूसरी तरफ मज़दूरों को दिवाली का गिफ्ट दे रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि प्रबंधन मज़दूरों के साथ दोगलापन दिखा रहा है।
यूनियन का कहना है कि पीड़ित साथी अस्पताल में भर्ती है। उसे गंभीर चोट लगी है। उसका एक ऑप्रेशन हो गया है, जबकि दूसरी सर्जरी होने वाली है। यूनियन के सदस्यों का उस प्रबंधन प्रतिनिधि के साथ जश्न मनाने का मन नहीं है, हमारे सदस्यों के खिलाफ हिंसा को अंजाम दिया।
क्या था मामला
गौरतलब है कि बीते 15 अक्टूबर को नेस्ले इंडिया फैक्ट्री में वर्कर्स यूनियन के सदस्य सुरेश पर प्रबंधन के कुछ अधिकारियों द्वारा जानलेवा हमला किया गया था। नेस्ले इंडिया यूनियन के किसी सदस्य पर हमले की यह पहली घटना नहीं है। जुलाई 2022 में नई यूनियन बनाने के बाद नेस्ले वर्कर्स यूनियन के सदस्यों पर शारीरिक हमले की यह तीसरी घटना है। इससे पहले 18 सितंबर और 5 अक्टूबर हमले हो चुके है।
ज्ञात हो कि नेस्ले यूनियन के पदाधिकारी 2 सितम्बर से यूनियन की गतिविधियों के लिए पेड लीव की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर पिछले हफ्ते नेस्ले इंडिया की तीन फैक्ट्रियों के लगभग 1,000 कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया था।
हालांकि, नेस्ले इंडिया प्रबंधन ने एक तरफा फैसला किया और यूनियन प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने से इनकार कर दिया।
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नेस्ले प्रबंधन का दावा है कि पेड ट्रेड यूनियन लीव यूनियन के कर्मचारियों का अधिकार नहीं है।
यह मामला अभी तक सुलझा नहीं है और कुछ यूनियनें अभी भी अपनी पेड ट्रेड यूनियन लीव की मांग कर रही हैं।
नेस्ले समालखा इकाई में प्रबंधन के कुछ अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की गयी है।
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