क़तर फुटबाल विश्व कप : 10,000 से भी अधिक मज़दूर गंवा चुके हैं अपनी जान
By सतवीर सिंह
2010 में क़तर को फुटबाल के विश्व कप आयोजित करने का ऐलान हुआ था। तब से इंडिया- 2711, पाकिस्तान- 824, बांग्लादेश- 1018, नेपाल- 1641 और श्रीलंका- 557 से गए कुल 6750 मज़दूर अपने प्राण गंवा चुके हैं।
इन 5 देशों के औसतन 12 मज़दूरों ने वहां 50 डिग्री तक तापमान में ज़मीन के अन्दर या सैकड़ों फूट ऊपर काम करते समय अपनी जानें गंवाई है।
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इनके आलावा, अफ़्रीकी और अन्य देशों से गए मज़दूरों को जोड़ा जाए तो 10,000 से भी अधिक मज़दूरों की लाशें वहां से उठी हैं।
कितने ही मज़दूर ऐसे भी दफ़न हुए हैं जिनकी कहीं गिनती हुई ही नहीं है। उनकी लाशों का ‘डिस्पोज़ल’ भी फटाफट किया गया, जिससे काम समय पर पूरा हो।
‘डेड लाइन’ बढ़ानी ना पड़े!! कोई सुरक्षा नहीं, कोई मुआवज़ा नहीं, कोई मातम नहीं, कोई ख़बर नहीं!!
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खेलों के ज़श्न भी पूंजीवाद में मज़दूरों के खून में ही मनाए जाते हैं। मनोरंजन भी उनकी लाशों के ऊपर ही होते हैं।
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