बेलसोनिका: 24 घंटे में 2 बार टूल डाउन, प्लांट में पुलिस को बुलाकर धमकाने का आरोप
By शशिकला सिंह
हरियाणा के आईएमटी मानेसर में मारुति के कंपोनेंट बनाने वाली कंपनी बेलसोनिका में बीते सोमवार को दो मजदूरों ने दो बार टूल डाउन किया, एक बार सुबह और दूसरा रात की शिफ्ट में।
यूनियन नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रबंधन ने प्लांट के अंदर पुलिस बुलाकर गिरफ़्तार कराने की धमकी दी।
यूनियन नेताओं ने कहा कि ‘प्रबंधन अपनी तुच्छ हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा है। कम्पनी के अधिकारी रोज़ कोई न कोई आरोप लगा कर यूनियन को मज़दूरों की नज़र में बदनाम करना चाहते हैं।’
यूनियन ने कहा कि ‘प्रबंधन ने फैक्ट्री गेट पर काम करने वाले सतीश सिक्योरिटी गार्ड को इस लिए बर्खास्त कर दिया है क्योंकि उसने यूनियन के खिलाफ झूठा पत्र लिखने से मना कर दिया था।’
बेलसोनिका यूनियन में वर्कर्स यूनिटी को बताया कि ‘अब इस मामले में प्रबंधन के आला अधिकारियों ने दूसरे सिक्योरिटी गार्डों से यूनियन पर आरोप लगते हुए पत्र लिखवा लिया है, और दो सिक्योरिटी गार्डों पर दबाव बना कर हस्ताक्षर भी करा लिए हैं।’
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क्या था मामला
बेलसोनिका मज़दूर यूनियन के सदस्यों ने बताया कि प्रबंधन ने दो गार्डों पर दबाव बना कर पत्र लिगवाया गया है जो इस प्रकार है “बारिश के कारण कुछ बसें लेट हो गई थीं जिसके बाद कर्मचारियों ने सभी बसों को बाहर जाने से रोक दिया। उस वक्त कर्मचारियों के साथ यूनियन पदाधिकारी दिनेश कुमार भी उपस्थित थे। उस घटना की सूचना HR को दी। इसके बाद वह लोग वहाँ आये और उच्च अधिकारियों से बातचीत करके कर्मचारियों को समझाया और बसों को रवाना किया। सभी बसें लगभग 30 मिनट की देरी से रवाना हुईं।”
जबकि निलंबित गार्ड सतीश ने बताया कि घटना के समय HR डिपार्मेंट से महाराज और दिनेश सिंह के साथ वहां पहुंचे थे। दोनों ने मिल कर कर्मचारियों को समझया था तभी वहां से बसें रवाना हुई थीं।
वहीं यूनियन के पदाधिकार दिनेश सिंह का कहना है कि प्रबंधन द्वारा की जाने वाली ऐसी गतिविधियों से यह साबित होता है कि प्रबंधन बेलसोनिका यूनियन पर झूठे आरोप लगा कर समाज में व मज़दूरों में यूनियन के खिलाफ नफरत पैदा करना चाहता है।
प्रबंधन पर पुलिस बुला धमकाने का आरोप
मज़दूर यूनियन का कहना है कि सोमवार को बेलसोनिका मज़दूरों ने दो बार टूल डाउन किया था एक बार सुबह और दूसरा रात की शिफ्ट में।
इस दौरन भी प्रबंधन प्लांट के अंदर पुलिस को बुलाया गया और मज़दूरों को अरेस्ट करने की धमकी भी दी गयी। जब सभी मज़दूर और यूनियन के सदस्य शान्तिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे।
यूनियन का आरोप है कि बीते एक साल से बेलसोनिका प्रबंधन लगातार मज़दूरों को बिना किसी कारण के छोटी-छोटी बातों पर निलंबित करता जा रहा है।
प्रबंधन की कार्यवाही के विरोध में मजदूरों ने सोमवार को 4 घंटे के लिए पूरी तरह से काम बंद (टूल डाउन) कर दिया था। यूनियन ने बेलसोनिका प्रबंधन द्वारा यूनियन व मज़दूरों के ऊपर की जाने वाली कार्रवाईयों को तानाशाही व उकसावे वाली करार दिया है।
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