विशाखापत्तनम: रक्षा नागरिक कर्मचारियों ने ओल्ड पेंशन बहाली को लेकर महारैली का किया आयोजन
विशाखापत्तनम में रविवार को रक्षा नागरिक कर्मचारियों ने ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग को लेकर पैदल यात्रा कर महा रैली का आयोजन लिया।
यह यात्रा रक्षा समन्वय समिति के बैनर तले रविवार को जीवीएमसी के पास एनएडी कोठा रोड जंक्शन से गांधी प्रतिमा तक निकाली गई।
किसान आंदोलन को किया याद
रक्षा समन्वय समिति के अध्यक्ष रेड्डी वेंकट राव ने याद किया कि किसानों ने मोदी सरकार को फैसले के खिलाफ लंबी लड़ाई के बाद 3 कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर किया था।
उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि वे लंबी लड़ाई लड़कर केंद्र को नई पेंशन स्कीम को वापस लेने के मज़बूर कर सकते हैं। उन्होंने कहा की जब तक ओल्ड पेंशन स्कीम को बहाल करने तक संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया।
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नौसेना नागरिक कर्मचारी संघ के महासचिव पी. नागेश्वर राव ने कहा कि जो लोग 2004 में सेवा में शामिल हुए थे और अब सेवानिवृत्त हो गए हैं, उन्हें 3,000 रुपये से कम की पेंशन मिल रही है।
सभा को संबोधित करते हुए सीटू प्रदेश अध्यक्ष चौ. नरसिंह राव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की नीतियों के परिणामस्वरूप कॉर्पोरेट समूह राष्ट्र की संपत्ति का अधिग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कृष्णापट्टनम और गंगावरम बंदरगाहों को अदानी समूह को सौंप दिया गया था और केंद्र अब विशाखापत्तनम बंदरगाह में पांच बर्थ अदानी समूह को सौंपने की प्रक्रिया में है।
लगातार संघर्ष जारी
उन्होंने आरोप लगाया कि विशाखापत्तनम स्टील प्लांट (वीएसपी) को भी उसी समूह को बेचा जाएगा और मज़दूरों से किसी भी कीमत पर इसका विरोध करने का आह्वान किया। उन्होंने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को जारी रखने की मांग को लेकर लगातार संघर्ष करने के लिए रक्षा कर्मचारियों की सराहना की।
गौरतलब है कि देशभर में ओल्ड पेंशन स्कीम के मुद्दे पर प्रदर्शन हो रहे हैं। कई राज्यों ने अपने सरकारी कर्मचारिओं को इसका फ़ायद भी देना शुरू कर दिया है। इसमें हालही में झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार कैबिनेट में ओल्ड पेंशन स्कीम को अपनी मंजूरी दे दी है। झारखंड में यह योजना 1 सितम्बर 2022 से लागू हो चुकी है।अब सभी की नज़रे बिहार की तरफ हैं।
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बिहार में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन टूटने के बाद वहां के सरकारी कर्मचारियों के मन में पुरानी पेंशन की बहाली की आस बंधने लगी है। इसको लेकर वहां के कर्मचारियों ने ट्विटर पर मैसेज भी देने शुरू कर दिये हैं।
अगर आप को याद हो तो तेजस्वी यादव ने बिहार में आरजेडी सरकार बनने पर पुरानी पेंशन लागू करने की घोषणा की थी।
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