ऑक्सफैम रिपोर्ट : 2020 के बाद से 5 सबसे अमीरों की संपत्ति हुई दोगुनी जबकि पांच बिलियन लोग हुए और गरीब
चैरिटी ऑक्सफैम द्वारा सोमवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के पांच सबसे धनी व्यक्तियों की संपत्ति 2020 के बाद से दोगुना से भी अधिक हो गई है.
इस सप्ताह दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में वैश्विक अभिजात्य वर्ग के रूप में प्रकाशित चैरिटी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उनकी संपत्ति 2020 के 405 बिलियन डॉलर से बढ़कर पिछले साल 869 बिलियन डॉलर हो गई.
इसके साथ ही ऑक्सफैम की ये रिपोर्ट बताती है कि ” इस दौरान यानि की 2020 के बाद से दुनिया भर में लगभग पांच बिलियन लोग गरीब हो गए हैं.”
रिपोर्ट बताती है कि ‘ इस दशक की शुरुआत के बाद से दुनिया की अर्थव्यवस्था को तबाह करने वाले कई संकटों के बावजूद जिनमें कोविड महामारी भी शामिल है, आज अरबपति 2020 की तुलना में 3.3 बिलियन डॉलर अधिक अमीर
हो गए हैं.’
दुनिया भर में असमानता पर ऑक्सफैम की वार्षिक रिपोर्ट पारंपरिक रूप से स्विस अल्पाइन रिसॉर्ट में सोमवार को फोरम खुलने से ठीक पहले जारी की जाती है.
चैरिटी ने बढ़ती वैश्विक असमानता पर चिंता जताते हुए कहा ” सबसे अमीर व्यक्तियों और कंपनियों ने स्टॉक की बढ़ती कीमतों के कारण न सिर्फ अधिक धन अर्जित किया है बल्कि इसके साथ ही काफी अधिक शक्ति भी अर्जित की है.”
ऑक्सफैम ने कहा “कॉर्पोरेट शक्ति का उपयोग असमानता को बढ़ाने के लिए किया जाता है. मज़दूरों को निचोड़कर और अमीर शेयरधारकों को समृद्ध करके, करों से बचकर और राज्य का निजीकरण करके असमानता कि इस खाई को और गहरा किया जाता है.”
ऑक्सफैम ने कहा ” दुनिया भर में निजी क्षेत्र के सदस्यों ने लगातार कम दरों, अधिक खामियों, कम पारदर्शिता और अन्य उपायों पर जोर दिया है. जिसका उद्देश्य कंपनियों को सार्वजनिक खजाने में जितना संभव हो उतना कम योगदान करने में सक्षम बनाना है.”
चैरिटी ने कहा कि ” कर नीति निर्माण पर गहन पैरवी के कारण अमीर वर्ग कम कॉर्पोरेट करों का भुगतान करने में सक्षम हुए हैं. जिससे सरकारें उस धन से वंचित हो गई हैं जिसका उपयोग समाज के सबसे गरीबों को वित्तीय सहायता देने के लिए किया जा सकता है”.
ऑक्सफैम ने कहा कि ओईसीडी देशों ( आर्गेनाईजेशन फॉर इकोनॉमिक कोऑपरेशन एंड डेवलपमेंट) में कॉर्पोरेट टैक्स 1980 में 48 प्रतिशत से घटकर 2022 में 23.1 प्रतिशत रह गया है.
असंतुलन को दूर करने के लिए ऑक्सफैम ने दुनिया के करोड़पतियों और अरबपतियों पर संपत्ति कर लगाने का आह्वान किया. जिसके बारे में उसका कहना है कि इससे हर साल 1.8 ट्रिलियन डॉलर की आय हो सकती है.
इसके साथ ही चैरिटी रिपोर्ट ने सीईओ के वेतन को सीमित करने और निजी एकाधिकार को तोड़ने का भी आह्वान किया.
(NDTV की खबर से साभार )
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