शौचालय के पानी से नहाने को क्यों मजबूर हुईं नपिनो की हड़ताली महिला मजदूर

शौचालय के पानी से नहाने को क्यों मजबूर हुईं नपिनो की हड़ताली महिला मजदूर

By शशिकला सिंह

हरियाणा के मानेसर स्थित नपिनो ऑटो एंड इलैक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड में मजदूर यूनियन की हड़ताल लगातार 10 वें दिन भी जारी है। हड़तालियों में पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल हैं।

सभी महिलायें संगठन की हड़ताल में अपनी पूरी भागीदारी दे रही हैं। प्लांट के अंदर मज़दूरों को मूलभूत सुविधाएं भी मिलना मुश्किल हो रहा है।

जब वर्कर्स यूनिटी ने महिला मज़दूरों से बात की तो हैरान करने वाले सच सामने आये।

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गुरुग्राम में अर्जुन नगर की रहने वाली 50 वर्षीय दृशाना रानी ने बताया कि जितनी परेशानियों में हम हड़ताल में बैठे हैं, उन्हें शब्दों में बयां करना मुश्किल है।

एक महिला मजदूर होने के नाते हमारे ऊपर दोहरी जिम्मेदारियां होती है। एक परिवार और दूसरी नौकरी की। आज हम लोगों को हड़ताल करते हुए 10 दिन हो गए हैं।

मगर, प्रबंधन को कर्मचारियों की कोई परवाह नहीं है। यहाँ तक कि प्रबंधन हमसे बात करने तक को तैयार नहीं है।

दृष्ण रानी ने बताया कि उनके परिवार में दो बच्चे है। अभी उनकी देख-रेख बूढी सास कर रही है। पति का देहांत कुछ साल पहले हो गया था जिसके बाद परिवार में कमाने वाली वो अकेली सदस्य है। दोनों बच्चे निजी स्कूल में पढाई करते है।

गत्ता बिछा कर फर्श पर सो रहे मज़दूर

उन्होंने कहा कि यहाँ हड़ताल के दौरान मूलभूत सुविधाएँ भी नसीब नहीं हो रही है। हम सभी मज़दूर सुबह नहाने के लिए शौचालय के पानी और डिब्बों का इस्तमाल करते है।

रात को सोने का कोई ठिकाना नहीं है। कोई फर्श पर तो कुछ मज़दूर साथी गत्तों को फर्श पर बिछा कर सो रहे हैं। हम सभी मज़दूर इस उम्मीद में इतने कठिन हड़ताल कर रहे हैं, शायद प्रशासन व प्रबंधन हमारी मांगों को पूरा कर दे।

वही गुरुग्राम की रहने वाली सुनीता ने बताया कि प्लांट में बीते 25 सालों से नौकरी कर रही हूँ। हड़ताल करने वाले सभी मज़दूर स्थाई कर्मचारी है।

उन्होंने बताया कि हम सभी मज़दूरों को समय पर खाना भी नहीं मिल पा रहा है। प्रबंधन ने कैंटीन को भी बंद कर दिया है। यूनियन के साथी सभी मज़दूरों के लिए चोरी चुपके खाना भेज रहे है।

सुनीता ने भावुक आवाज़ में कहा कि मुझे बच्चों कि बहुत याद आती है। घर में पति उनका ध्यान रख रहे हैं। मैं भी घर में अकेली कमाने वाली हूँ। मेरे पति कैंसर पीड़ित हैं। उनका इलाज चल रहा है। इसलिए वो कही भी नौकरी नहीं करते है।

गौरतलब हैं कि नपिनो मज़दूरों की इस लड़ाई में सभी ट्रेड यूनियन भी अपना समर्थन दिखाते हुए आगे आए हैं।

आज दोपहर एक बजे कमलानेहरू पार्क में मानेसर स्थित सभी ट्रेड यूनियनों की एक बैठक की जा रहे है ।

उल्लेखनीय है कि मानेसर स्थित सेक्टर 3 के प्लॉट नम्बर 7 में स्थित नपिनो ऑटो एण्ड इलैक्ट्रॉनिक लिमिटेड यूनियन के स्थाई मज़दूर पिछले 4 सालों से लम्बित सामूहिक मांग पत्र को लागू करवाने करने के लिए लगातार नो दिनों से हड़ताल कर रहे हैं।

नापिनो यूनियन के सदस्यों का कहना है कि हमारी मांगों के मुद्दे पर प्रबन्धन और लेबर डिपार्टमेंट व शासन-प्रशासन कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर रहे हैं, ऐसे में स्थिति को देखते हुए अब नपिनो के मज़दूरों को अपने संघर्ष को जीत तक पहुँचाने के लिए चारों प्लांटों में काम पूरी तरह से बंद करना पड़ा है।

क्या हैं यूनियन की मांग?

  • चार साल से लम्बित सामूहिक मांगपत्र को जल्दी से जल्दी लागू किया जाए।
  • निलंबित किये गए 6 मज़दूर साथियों कि तुरंत कार्य बहाली कि जाए।
  • लेबर डिपार्टमेंट, स्थानीय प्रशासन और हरियाणा सरकार इसमें हस्तक्षेप करके यह ज़िम्मेदारी ले कि मज़दूरों की सभी जायज़ माँगें मानी जाए।

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WU Team

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