तो क्या बंद हो जाएगा भिलाई स्टील प्लांट ?
छत्तीसगढ़ में कोयला संकट का असर गहरा रहा है। अब इसका असर भिलाई के स्टील प्लांट पर भी दिखाई देने लगा है। हालात ये हैं कि बीएसपी के पास मात्र दो दिन का ही कोयला स्टॉक बचा हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार यदि दो दिन के अंदर कोयले की सप्लाई नहीं हुई तो भिलाई स्टील प्लांट को करोड़ों की चपत लग सकती है। साथ है मज़दूरों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। आपको बता दें कि कोयला संकट के बीच BSP प्रबंधन ने रेल मिल का उत्पादन कम कर दिया है साथ ही ब्लास्ट फर्नेस को भी डाउन कर दिया गया है।
‘फ़िलहाल मज़दूर हैं सुरक्षित’
इस सम्बन्ध के यह सोचने वाली बात है कि क्या ऐसे हालातों में प्लांट में काम करने वाले ठेका मज़दूरों के ऊपर रोज़गार का संकट गहरा सकता है? इसी मुद्दे को ध्यान में रखते हुए वर्कर्स यूनिटी ने CITU के संगठन सचिव डी वी एस रेड्डी से बात की।
उनका कहना है कि प्लांट में कोयले की सप्लाई नहीं हुई है , जिसके कारण प्लांट में थोड़ी दिक्कत जरूर आयी है। लेकिन अभी सभी मज़दूर काम पर जा रहे हैं। उनका कहना है कि प्रबंधन ने एक दिन के लिए ठेका मज़दूरों को काम पर आने से मना किया था, लेकिन जब इस मुद्दे पर बात उठी तो प्रबंधन ने ठेका वर्कर्स को काम पर आने को कहा दिया था।
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उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति को देख कर ऐसा नहीं लगा रहा है कि प्लांट को बंद करने की नौबत आएंगे और यदि ऐसा हुआ तो सभी यूनियनें मज़दूरों के समर्थन में हमेशा अग्रसर हैं।
आप को बता दें कि कोयला संकट के चलते यदि प्लांट पूरी तरह से बंद हो गया तो ठंडे हो चुके मिल और फर्नेस को फिर से उसी तापमान में लाने के लिए कई दिन का समय लगेगा। साथ ही प्रबंधन को इसके लिए आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ेगा। वर्तमान में कोयला संकट की वजह से प्रबंधन को ब्लास्ट फर्नेस 6 को बंद करना पड़ा। इसके अलावा ब्लास्ट फर्नेस 8 को 4-6 घंटों के लिए डाउन करने की तैयारी की जा रही है।
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