Punjab: खेतिहर मज़दूरों ने निकाली भगवंत मान की शव यात्रा, करेंगे आगामी संगरूर उपचुनाव में AAP का विरोध
पंजाब के दलित और भूमिहीन खेतिहर मजदूर की यूनियनें बीते एक साल से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करती रही हैं।
बीती 17 जून को चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने क्रांतिकारी ग्रामीण श्रमिक संघ (पंजाब) और पांच ट्रेड यूनियनों के नेताओं के साथ बैठक करने से इंकार कर दिया था।
इसके बाद 18 जून से 22 जून तक पंजाब के कई गांवों में मुख्यमंत्री के पुतले जलाये गए और संगरूर उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार का भारी विरोध किया है।
भूमिहीन खेतिहर मजदूरों द्वारा कई गांवों में भगवंत मान के पुतले की शव यात्रा भी निकली गई। साथ ही पंजाब सरकार मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।
वर्कर्स यूनिटी को सपोर्ट करने के लिए सब्स्क्रिप्शन ज़रूर लें- यहां क्लिक करें
क्रांतिकारी ग्रामीण श्रमिक संघ पिछले कई सालों से खेतिहर मजदूरों के मांगों को पूरा करने की लड़ाई लड़ रही है।
वर्कर्स यूनिटी से बातचीत में क्रांतिकारी ग्रामीण श्रमिक संघ के राज्य महासचिव लखवीर लोगोवाल ने कहा कि पंजाब सरकार का खेतिहर मजदूरों की तरफ बिलकुल भी ध्यान नहीं दे रही है।
यहां तक कि अब सरकार ट्रेड यूनियनों के नेताओं के साथ मीटिंग से भी इंकार कर देते हैं।
उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ में 24 जून को विधानसभा की ओर भारी संख्या मार्च का आयोजन किया जा रहा है।
इस मार्च में पंजाब के सभी सज्यों से भारी संख्या में खेतिहर मज़दूर इकट्ठा होंगे।
यूनियन की मुख्य मांगें
- धान की बुवाई की दर कम से कम 6,000 रुपये प्रति किला तय की जाए।
- दलित और भूमिहीन खेतिहर मज़दूरों की दिहाड़ी 700 की जाए।
- दलित भूमिहीनों मज़दूरों के साथ हो रही भेदभाव को रोका जाए।
- धन की बुआई में यदि मशीनों का इस्तमाल होता है, तो दिहाड़ी मजदूरों को रोज़गार या मुआवजा दिया जाए।
- पंचायत की एक तिहाई जमीन भूमिहीन ग्रामीण मजदूरों को कम दर पर देने की मांग भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि संगरूर लोकसभा सीट पर 23 जून को उपचुनाव होना है। भगवंत मान के मुख्यमंत्री बनने पर यह सीट खाली हुई है। इस उपचुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने गुरमेल सिंह, कांग्रेस ने दलवीर गोल्डी, बीजेपी ने केवल ढिल्लो और शिरोमणि अकाली दल ने कमलदीप कौर को उम्मीदवार बनाया है।
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें। मोबाइल पर सीधे और आसानी से पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें।)