कोरोना वायरस के बहाने रेलवे की लूट, रतलाम में प्लेटफ़ॉर्म टिकट 50 रु. किया

कोरोना वायरस के बहाने रेलवे की लूट, रतलाम में प्लेटफ़ॉर्म टिकट 50 रु. किया

पूरी दुनिया में जहां कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकारी हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा कर चुकी हैं। इटली में क्यूबा और चीन से चिकित्सक बुलाए गए हैं।

भारत में रोज़ बढ़ते कोरोना वायरस के मरीज़ों के चलते रेलवे स्टेशनों पर भीड़ को कम करने के लिए प्लेटफ़ॉर्म टिकट को 10 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया है।

ये टिकट दो घंटे के लिए वैध होंगे जबकि दो स्टेशनों के बीच यात्रा के लिए एक पैसेंजर ट्रेन का किराया इससे कहीं कम है और 24 घंटे के लिए मान्य होता है।

रेलवे मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, देश भर में क़रीब 250 रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफ़ॉर्म टिकट के दाम बढ़ाए गए हैं।

रेलवे मंत्रालय के अनुसार, जोनल रेलवे ने अपने स्तर पर प्लेटफ़ार्म टिकट के दाम बढ़ाए जाने का फैसला किया है।

पश्चिमी रेलवे ने मुंबई, वड़ोदरा, अहमदाबाद, रतलाम, राजकोट और भावनगर रेलवे स्टेशनों पर ऐसा किया है।

हालांकि अधिकारियों का कहना है कि ये अस्थाई रूप से बढ़ाया गया है लेकिन मज़दूर यूनियनों का कहना है कि पहले से ही 70 के 80 प्रतिशत तक निजी हाथों में दे गई रेलवे को गिनी पिग के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।

रतलाम डिवीज़न के अंतर्गत आने वाले सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट का मूल्य आज 17 मार्च से  अगले आदेश तक 50 रुपये रहेगा।

रेलवे को पूरी तरह निजी हाथों में देने की पहले से ही सरकार कोशिश कर रही है लेकिन सबसे अधिक नौकरियां देने वाली रेलवे में यूनियनों के भारी प्रतिरोध के चलते इसे कार्पोरेशन बनाकर और आउटसोर्सिंग कर निजी हाथों में दिया जा रहा है।

इससे पहले ये भी ख़बर आई थी कि कोरोना वायरस के नाम पर एसी डिब्बे में पर्दे और कंबल को ये कहते हुए देना बंद कर दिया गया कि उनकी सफाई चूंकि नियमित रूप से नहीं होती है इसलिए यात्रियों को अब घर से कंब लाना पड़ेगा।

ऐसा लगता है कि कोरोना वायरस की आड़ में मोदी सरकार रेलवे के निजीकरण के बाद जनता को लगने वाले झटके से पहले ही रूबरू करा देना चाहती है।

जबकि स्कूल, कॉलेज, सिनेमा और एहतियात के तौर पर सार्वजनिक स्थानों पर पाबंदी के चलते बहुत सारे लोग अपने घरों को लौट रहे हैं।

ऐेसे में सरकार ये क़दम जनता की परेशानियां बढ़ाने वाला ही साबित होगा।

(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुकट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं।)

Workers Unity Team