किसान मोर्चे के समर्थन में रामनगर में रैली की तैयारी जोरों पर
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा रामनगर में 21 मार्च को प्रस्तावित ‘किसान पंचायत’ की तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं की टीम पूरे जोर-शोर से लग गई है।
किसान मोर्चा से जुड़े लोगों ने बीते सोमवार को बेतालघाट के सुदूर क्षेत्रों सहित भतरोजखान, मालधन, सुन्दरखाल, देवीचौड़ आदि स्थानों पर व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों से किसान पंचायत में हिस्सा लेने की अपील की।
सोमवार को विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जनता को सूचित करते हुए कहा कि किसान पंचायत में केंद्र सरकार द्वारा देश के किसानों को बर्बाद करने के लिए उन पर जबरन थोपे जा रहे तीन काले कानूनों को रद्द करने, अधिकतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी लागू करने की मांग रखी जायेगी।
इसके साथ ही वनाश्रित समुदाय को भूमि पर मालिकाना हक़ दिये जाने, जंगली जानवरों से फसलों-मवेशियों की हिफाजत किये जाने, किसानों के कृषि ऋण माफ किये जाने के मुद्दे पर संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में आयोजित किसान पंचायत का आयोजन किया जा रहा है।
इस किसान पंचायत में मोर्चे के कई केंद्रीय नेता शामिल होंगे। केंद्र सरकार देश की कृषि व पशुपालन को पूरी तरह से बर्बाद करके खेती पर आधारित सभी प्रकार के अनाज-सब्जी-तिलहन का उत्पादन से लेकर व्यापार तक अपने पूंजीपति मित्रों के हवाले करके किसानों की बदहाली का कानून सम्मत रास्ता बना रही है।
किसानों को जागरुक करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की इस कदम का यदि विरोध नहीं किया गया तो आने वाले समय में कि देश की गरीब आबादी को आधे पेट रोटी के लिए गुलामों जैसी जिंदगी जीने को मजबूर होना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि देश में उत्पादन की कोई कमी नहीं होगी। लेकिन सारा अनाज पूंजीपतियों के गोदामों में कैद होगा जहां लोग इनके रहमोकरम पर औने-पौने दाम पर अनाज खरीदने को मजबूर होंगे। बड़े इजारेदार कंपनिया एकाधिकार के चलते किसान आबादी को आसानी से बर्बाद कर देंगी तो दूसरी तरफ जीने के लिए जरूरी अनाज को आम जनता की जेब से बाहर करके उसका भरपूर शोषण किया जायेगा।
इस दौरान जनसंपर्क में राजवीर सिंह, गोपाल लोधियाल, मुनीष कुमार, ललिता रावत, प्रेमा जलाल, सरस्वती जोशी, महेश, ललित उप्रेती सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें।)