इतिहास में पहली बार अपने न्यूनतम स्तर पर रुपया, 1 डॉलर का मूल्य 80 रुपए से भी ज्यादा

इतिहास में पहली बार अपने न्यूनतम स्तर पर रुपया, 1 डॉलर का मूल्य 80 रुपए से भी ज्यादा

आज से 100 साल पहले एक भारतीय रुपए का मूल्य 10 डॉलर के बराबर था, और आज वही भारतीय रुपया इतिहास में पहली बार अपने न्यूनतम स्तर पर पहुँच गया है जहां 1 डॉलर का मूल्य 80 रुपए से भी ज्यादा है।

रुपए के गिरते हुए मूल्य ने काफी समय से लोगों को चिंता में रखा था लेकिन कल पहली बार रुपए ने डॉलर के मुकाबले 80 का आंकड़ा पार किया।

Financial Express की खबर के मुताबिक रुपया आज और ज्यादा गिर सकता है और बताया कि बाजार में निराशावादी संकेत दिख रहे हैं।

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इस बीच सोशल मीडिया पर लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी नेताओं के पुराने ट्वीट को लेकर दोगलेपन का मज़ाक उड़ाया।

काँग्रेस शासन के दौरान रुपए के गिरते हुए मूल्य के कारण सरकार को जनता के साथ साथ दूसरी पार्टियों और खासकर मौकापरस्त बीजेपी ने आड़े हाथों लिया था।

साल 2013 में जब एक डॉलर लगभग 56 रुपए के बराबर था, उस समय नरेंद्र मोदी के अलावा फिल्मस्टार, क्रिकेटर, योगगुरु, आदि जानी मानी हस्तियों ने खूब छाती पीटा।

लेकिन आज जब रुपए अपने आज तक के सबसे कमजोर हालात में पहुँच चुका है, तब पूंजीपति वर्ग से कोई क्रंदन नहीं सुनाई दे रहा।

रुपए के गिरते मूल्य और मुद्रास्फीति के साथ साथ खाने पीने के सामान के बढ़ते दामों से दबा मजदूर वर्ग अपने जीवन का भार नहीं सहन कर पा रहा है।

सरकार की एक से एक फ्लॉप नीतियों के फलस्वरूप चरमराई अर्थव्यवस्था से जनता को चौतरफा मार पड़ी है।

सरकार कोई खास आमदनी नहीं कर पा रही है और अपनी असफल नीतियों को मास्टरस्ट्रोक घोषित करते हुए बने बनाए ढांचे को भी बर्बाद कर चुकी है।

अपना खर्च चलाने के लिए माध्यम और निम्न वर्ग के जेबों में हाथ डाला जा रहा है ताकि ऊपरी तबके और पूंजीपति वर्ग को कोई तकलीफ ना उठानी पड़े।

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Workers Unity Team

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