बिना मुआवज़ा दिए, गुरूग्राम की कंपनी ने 15 साल पुराने 200 ठेका मज़दूरों को निकाल बाहर किया

बिना मुआवज़ा दिए, गुरूग्राम की कंपनी ने 15 साल पुराने 200 ठेका मज़दूरों को निकाल बाहर किया

By खुशबू सिंह

हरियाणा के गुरूग्राम में स्थित, ‘सोना कोयो स्टीयरिंग’ कंपनी ने 15 साल से काम कर रहे, 200 ठेका मज़दूरों को एक झटके में बेरोजगार कर दिया।

मज़दूरों ने दावा किया कि कंपनी ने 25 मई को 200 मज़दूरों को फोन करके कहा कि ‘अब से आप सभी को काम पर आने की ज़रूरत नहीं है, कंपनी आर्थिक तंगी से जूझ रही है, अतः आप लोगों की सेवा समाप्त की जाती है।’

इस कंपनी में अधिकतर मज़दूर 5-15 साल से काम कर रहे हैं, और ये सभी हरियाणा के रहने वाले हैं। इन मज़दूरों को निकालने से पहले कंपनी ने एक रुपया भी नहीं दिया है।

‘सोना कोयो स्टीयरिंग’ कंपनी में ठेका पर काम करने वाले रोशन चहल ने हमें बताया कि ‘कंपनी ने फ़ोन के जरिए हम सभी को इत्तला किया कि हमें काम से निकाल दिया गया है, कंपनी ने कहा कि आप सभी को मई महीने का वेतन जून तक मिल जाएगा। अब आप को काम पर आने की आवश्यकता नहीं है।’

रोशन आगे कहते हैं, ‘हम अपनी तकलीफ को लेकर ट्रेड यूनियन के पास गए पर उन्होने हाथ खड़े कर लिए। अब हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।’

कंपनी में 700 के आस-पास कर्मचारी काम करते हैं,इनमें से 200 कर्मचारियों को कंपनी ने ठेका पर रखा हुआ है।

रोजगार छिन जाने के बाद कर्मचारी काम की तलाश में यहां वहां भटक रहे हैं। रोशन ने कहा ‘ लॉकडाउन का समय चल रहा है। रोजगार मिलना तो मुश्किल ही है, इसीलिए अब गांव जाकर खेती करूगां।’

‘सोना कोयो स्टीयरिंग’ कंपनी की शुरूआत संजय कपूर के पिता सुनील कपूर ने 1984 में की थी। संजय कपूर इस कंपनी के पूर्व चेयरमैन रह चुके हैं।

संजय कपूर ने 7 अप्रैल 2018 को ‘सोना कोयो स्टीयरिंग’ को जापनेस कंपनी JTEKT को बेच दिया था, इसे अब ‘JTEKT इंडिया लिमिटेड’ के नाम से जाना जाता है

लॉकडाउन के समय से ही कई कंपनियां मंदी का हवाला देकर अपने कर्मचारियों को बेखौफ होकर निकाल रही हैं।

इससे पहले देश की सबसे पुरानी साईकिल कंपनी एटलस ने मंदी का हवाला देकर 700 कर्मचारियों को बिना नोटिस के निकाल दिया था।

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Workers Unity Team