मज़दूर नेताओं को पुलिस की धमकी- ‘खाना बांटना बंद करो वरना चमड़ी उधेड़ देंगे’

मज़दूर नेताओं को पुलिस की धमकी- ‘खाना बांटना बंद करो वरना चमड़ी उधेड़ देंगे’

By रूपेश कुमार सिंह, स्वतंत्र पत्रकार

झारखंड में ग्रामीणों के बीच राहत कार्य चलाना भी पुलिस की नजर में जुर्म हो गया है। झारखंड के रांची जिला के मैकलुस्कीगंज थाना के पदाधिकारियों ने रजिस्टर्ड ट्रेड यूनियन ‘झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन’ के खलारी शाखा के अध्यक्ष व सचिव को थाना क्षेत्र में खाना बांटने पर चमड़ी उधेड़ डालने की धमकी दी है।

झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन के खलारी शाखा के अध्यक्ष कामरेड विक्रम आजाद (जो पेशे से एक शिक्षक हैं) ने बताया कि 28 अप्रैल की सुबह खलारी के बाजार में वे और झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन के खलारी शाखा के सचिव कामरेड अशोक राम ग्रामीणों के भोजन की सामग्री की खरीदारी कर रहे थे। तभी मैकलुस्कीगंज की पुलिस आई और थाना प्रभारी कामरेड अशोक राम से उलझ गये और मुझसे एक सब-इंस्पेक्टर उलझ गये। इन पुलिस अधिकारियों ने हम दोनों के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए धमकाते हुए कहा कि ‘मेरे थाना क्षेत्र में भोजन बांटना बंद करो वरना मारकर चमड़ी उधेड़ देंगे।’

उन्होंने बताया कि झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन के बैनर तले 8 अप्रैल से ही प्रत्येक दिन एक गांव में खाना बांटा जा रहा है, जिसके तहत अब तक लगभग 12-13 हजार लोगों को खाना पकाकर खिलाया गया है और लगभग 200 लोगों को कच्चा खाद्य सामग्री भी दिया गया है। साथ ही सैकड़ों लोगों को 100-200 रूपये की आर्थिक मदद भी दी गई है। इसके तहत अब तक हुटाप पंचायत में भुइयां धौड़ा में लगभग 500, कृत धौड़ा में 500 से अधिक, मुंडा धौड़ा में लगभग 300, हुटाप गांव में 1200 से अधिक, जोरा काठ में लगभग 300, छापर टोला में लगभग 500, भैसा दोइन और धवई टांड़ में लगभग 700, मुस्तफ़ा नगर में लगभग 500, खलारी पंचायत के नारायण धौड़ा में 1000 के लगभग, बलथरवा गांव में 1000 से अधिक, अमरुस धौड़ा में 500 से अधिक, गुलजार बाग में लगभग 500, विश्रामपुर पंचायत के जामुन दोहर बस्ती में 500 के लगभग, मायापुर पंचायत के पीपल धौड़ा में 700 के लगभग, सरना बस्ती में 1200 से अधिक, चीना टांड़ में लगभग 500, कोनका में 500 से अधिक, हरहू बसरिया में 500 लगभग, परसे तरी गांव में लगभग 1000 लोगों को खाना पकाकर खिलाया गया है।

उन्होंने बताया कि हमलोग सिर्फ मजदूरों को खाना ही नहीं खिला रहे हैं बल्कि हमारे नेता अपनी पीठ पर सेनेटाइजर किट लेकर गांव को सेनेटाइज भी कर रहे हैं।

मजदूर नेताओं ने बताया कि झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन द्वारा मजदूरों के बीच भोजन बांटने से संबंधित आवेदन यूनियन के लेटरपैड पर 13 अप्रैल को ही खलारी बीडीओ को दिया गया था, जिसका रिसीविंग भी यूनियन के पास है। खलारी बीडीओ ने भोजन बांटने का परमिशन देने के साथ-साथ यूनियन का हौसलाअफजाई भी किया था। फिर मैकलुस्कीगंज थाना प्रभारी द्वारा धमकी देना पूरी तरह से राजनीति साजिश ही नजर आता है।

मजदूर नेताओं ने बताया कि मैकलुस्कीगंज थाना के अधिकारियों द्वारा दिये गये धमकी की जानकारी ईमेल के जरिये आज (29 अप्रैल) झारखंड के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, डीजीपी, रांची डीआईजी, रांची एसएसपी और रांची डीसी को दिये हैं और मजदूरों के बीच भोजन बांटना भी चालू रखे हैं।

मजदूर नेताओं ने साफ कहा कि हमलोग अपने क्षेत्र में किसी भी मजदूर को भूख से मरने नहीं देंगे और हरसंभव मदद की कोशिश करते रहेंगे।

रांची जिला में ही एक तरफ गरीबों के बीच खाद्य सामग्री बांटने के लिए रांची डीसी स्वंयसेवी संस्थाओं की हौसला अफजाई करते हैं, वहीं दूसरी तरफ रांची जिला में ही एक रजिस्टर्ड ट्रेड यूनियन ‘झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन’ को मैकलुस्कीगंज थाना प्रभारी भोजन बांटने के लिए चमड़ी उधेड़ डालने की धमकी देते हैं। रांची जिला प्रशासन की यह दोहरी नीति समझ से परे है।


झारखंड के मुख्यमंत्री को भेजे गये आवेदन की प्रति

सेवा में
श्रीमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
झारखंड सरकार
विषय-प्रशासन के द्वारा अभद्र व्यवहार किये जाने और मारने-पीटने की धमकी देने के सम्बंध में,
महाशय
निवेदन पूर्वक कहना है कि इस समय जब पूरा देश कोविड-19 जैसी महामारी से जूझ रहा है। तब हमारे झारखंड के सुदूर इलाकों में रह रहे मेहनतकश दिहाड़ी मजदूरों के सामने सबसे बड़ी समस्या अपने पेट की आग को शांत करने की आन पड़ी है। इस समस्या को देखते हुए झारखंड क्रांतिकारी मज़दूर यूनियन के खलारी शाखा अपना सामाजिक दायित्व का निर्वहन करने के लिए कटिबद्ध है। इस समय यूनियन खलारी प्रखंड के हुटाप पंचायत,मायापुर पंचायत,विश्रामपुर पंचायत,खलारी पंचायत के 20 से अधिक गांवो में लागातार राहत कार्य मे जुटा हुआ है। जिसमे पूरे गांव को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है और साथ मे अति दयनीय स्थिति में जो लोग है उन्हें कच्चा अनाज भी उपलब्ध कराया जा रहा है।अभी तक 10 हजार से अधिक लोगों को भोजन और लगभग 200 लोगों को कच्चा अनाज उपलब्ध कराया जा चुका है।साथ ही यूनियन सोसल डिस्टेंश का भी कड़ाई से पालन करने के साथ क्षेत्र में सेनेटाइजिंग का भी कार्य कर रहा है। इन कार्यों को देख खलारी प्रखंड की प्रखंड विकास पदाधिकारी भी सराहना करते हुए इसे जारी रखने को कहा है।इस कार्य मे जो धन लग रहा है वो यूनियन के साथी मिलकर वहन कर रहे है। साथ ही प्रखंड के सामाजिक व्यक्ति,व्यवसायिक संघ आदि भी मदद कर रहे है। अभी भी ये राहत कार्य सुदूर इलाकों में जारी है। पर अभी मैकलुस्कीगंज थाने के पदाधिकारियों ने कहा है कि आपलोग मेरे इलाके में भोजन ना बाटें और यूनियन के खलारी शाखा अध्यक्ष और शाखा सचिव के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए चमड़ी उधेड़ देने की धमकी दी गई है। ये जानने के बाउजूद की शाखा अध्यक्ष एक प्रतिष्ठित विद्यालय के शिक्षक भी है।जबकि क्षेत्र में अन्य कई संगठन राहत कार्य कर रहे है। कुछ तो व्यग्तिगत रूप से भी राहत कार्य मे जुटे है। पर उन्हें किसी भी प्रकार का रुकावट नहीं किया गया है। ये देखते हुए हमें राजनीतिक षडयंत्र का शिकार होने का अनुमान हो रहा है।अतः श्रीमान से विनम्र अनुरोध है कि इस विषय में त्वरित संज्ञान लेने की कृपा करें।
धन्यवाद

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