क्यूं यूपी रोडवेज का यह ड्राइवर हेल्मेट पहन कर बस चलाने को हुआ मजबूर?
उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन के बसों की खस्ता हालत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शीशे के अभाव में एक बस ड्राइवर हेलमेट पहन कर गाड़ी चलाने को मजबूर हो गया।
अमर उजाला की खबर के मुताबिक बागपत में 16 जुलाई यानी पिछले शनिवार को एक बस चालक हेलमेट पहन कर बस चलाता नजर आया।
लोनी डिपो की इस बस के आगे का शीशा टूटा हुआ था और हवा के साथ बारिश की बौछारें भी बस में भीतर तक आ रहीं थीं।
ड्राइवर के लिए बस चलाना मुश्किल हो रहा था तो उसने ने हेलमेट पहन लिया और बस दौड़ा दी।
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रोडवेज की बदहाली की इस तस्वीर को उजागर करने के लिए अमर उजाला के फोटोग्राफर कुलदीप निषाद ने डेढ़ किलोमीटर तक बस का पीछा किया।
यह तस्वीर बेहतर परिवहन सुविधाओं के सरकारी दावों पर बड़ा सवाल है।
सरकारी बसों की स्थिति बेहद खराब है, जिसे सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने के बजाय उन्हें प्राइवेटाइज कर दिया जा रहा है।
देश भर के राज्यों में परिवहन का निगमीकरण जारी है और प्राइवेट खिलाड़ियों के हाथ में जनता के आवागमन की बागडोर सौंपी जा रही है।
यहां तक कि कुछ राज्यों में राज्य परिवहन का सड़कों पर से नामोनिशान मिट चुका है।
इससे प्राइवेट बस कंपनियां भेड़ बकरियों की तरह पैसेंजरों को ठूंसते हैं और और मनमाने रेट वसूलते हैं।
जनता भी विकल्प के अभाव में ऐसे बुरे हालत में सफर करने को मजबूर हैं।
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