विशाखापत्तनम स्टील प्लांट के कर्मचारी 2 अगस्त को घेरेंगे संसद, विपक्षी पार्टियों ने दिया समर्थन
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विशाखापत्तनम स्टील प्लांट (वीएसपी) के निजीकरण के मुद्दे पर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) द्वारा एक गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया गया।
इस सम्मेलन में उक्कू पोराटा परिक्षण समिति द्वारा 2 और 3 अगस्त को संसद घेरने की योजना को विपक्ष की पार्टियों से समर्थन प्राप्त हुआ।
सीपीआई के राज्य सचिव के. रामकृष्ण ने कहा कि राज्य सरकार को विधानसभा में निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ केवल एक प्रस्ताव पारित करके अपना पीछा नहीं छुड़ाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “वाईएसआरसीपी को केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए दिल्ली में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करना चाहिए।”
तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेता और पूर्व मंत्री कोल्लू रवींद्र ने कहा कि पार्टी के सांसद संसद में निजीकरण के खिलाफ आवाज उठाएंगे और वाईएसआरसीपी सांसदों को भी ऐसा ही करना चाहिए।
माकपा नेता वी. उमामहेश्वर राव ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार निजी पार्टियों को औने-पौने दामों पर वीएसपी को बेचने के लिए प्रतिबद्ध है।
परिरक्षण वेदिका के संयोजक जी. ओबुलेसु ने प्रस्ताव पेश किया। एआईसीसी सदस्य नरहरिसेट्टी नरसिम्हा राव, आम आदमी पार्टी के राज्य संयोजक पोथिना वेंकट रामा राव, सीपीआई (एमएल) न्यू डेमोक्रेसी नेता के. पोलारी, एसीयूसीआई नेता अमरनाथ, सीपीआईएमएल लिबरेशन नेता डी. हरिनाथ, एमसीपीआई (यू) खादर बाशा, मुस्लिम लीग के नेता शेख कजवाली, अमरावती परिक्षण दलित जेएसी के नेता कोटिकलापुडी श्रीनिवास, एपी महिला समाख्या राज्य महासचिव पी दुर्गा भवानी और अन्य ने इस अवसर पर अपनी बात रखी।
(साभार- द हिंदू)
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