विशाखापत्तनम में गैस रिसाव से 178 महिला वर्कर गंभीर रूप से बीमार, उसी कंपनी में ये तीसरी घटना
विशाखापत्तनम में फिर से एक बार एक फैक्ट्री पोरस लैबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में बड़े पैमाने पर गैस रिसाव की घटना हुई है, जिसमें क़रीब 200 महिला वर्कर बीमार हो गईं।
इस कंपनी में बीते डेढ़ महीने में गैस रिसाव की तीसरी घटना है। जबकि अभी एक महीना पहले ही गैस रिसाव के बाद लगी आग से इस कंपनी के छह मज़दूर मारे जा चुके हैं।
शुक्रवार को दोपहर करीब 12.30 बजे कंपनी से गैस लीक होने से सभी वर्करों को आंखों में जलन और उल्टियां होने लगीं। साथ ही सांस लेने में काफी परेशानी होने लगी।
पीड़ित वर्करों को पहले एसईजेड में बने हेल्थ सेंटर में रखा गया, हालत बिगड़ने पर अच्युतापुरम के दो निजी अस्पतालों और अनाकापल्ले के एनटीआर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
परिसर में मौजूद कर्मचारियों के अलावा दो गारमेंट कंपनी के कारखानों के मजदूरों ने भी उल्टी की शिकायत की। बीमार पड़ने वालों में ज्यादातर कैंपस में स्थित ब्रैंडिक्स फैक्ट्री के कर्मचारी थे।
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पुलिस ने कहा कि अत्च्युतापुरम में आंध्र प्रदेश इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन (APIIC) एसईजेड के बाहर स्थित पोरस लैब से गैस के रिसाव का संदेह है, जिसका असर अपैरल यूनिट में काम कर रहे लोगों पर देखा गया।
गैस रिसाव से प्रभावित सभी मजदूरों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। गैस लीक की जांच आंध्रप्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी कर रहे हैं।
इस गैस लीक हादसे से पहले अप्रैल 2022 में गैस रिसाव के बाद आग लगने से इसी कंपनी पोरस प्राइवेट लिमिटेड के 6 मजदूरों की मौत हो गई थी।
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— Ur'sGirivsk (@girivsk) June 3, 2022
जबकि मई के पहले सप्ताह में एक प्लांट में अचानक गैस रिसाव की घटना सामने आई थी। उक्त घटना में करीब 11 लोगों की मौत हो गई थी।
मरने वालों में 8 साल का एक छोटा बच्चा भी शामिल था। इस गैस लीक घटना में करीब पांच हजार से अधिक लोग बीमार हो गए थे।
(मेहनतकश से साभार)
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