पैदल जा रहे तीन मजदूरों की रास्ते में मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या आएगा
पंद्रह लोगों को काटते हुए ट्रेन गुजर गई, कहीं वाहन कुचलते हुए आधा दर्जन को मौत के घाट उतार गया, कहीं टैंकर पलटने से अंदर बैठे मजदूर मर गए।
अब ताजा घटना ये है कि महाराष्ट्र से पैदल यूपी के अपने गांव लौट रहे तीन मजदूरों की रास्ते में मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी मौत का कारण लॉकडाउन से पैदा हुए हालात नहीं आएंगे।
तीनों मजदूरों की मौत का कारण पोस्टमार्टम से पहले ही डॉक्टरों ने थकान और झुलसने वाली गर्मी की वजह से शरीर में पानी की कमी होना बता दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अतिरिक्त बात शायद ही आ सकती है कि उनके पेट में खाने के निवाले थे या नहीं।
मरने वाले तीनों मजदूर उन हजारों लोगों में से हैं, जिन्होंने कोरोना वायरस को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र से अपने गृह राज्यों के लिए पैदल यात्रा की।
उनकी पहचान प्रयागराज जिले के छुडिय़ा गांव के 55 वर्षीय लल्लूराम , सिद्धार्थ नगर निवासी 50 वर्षीय प्रेम बहादुर और फतेहपुर जिले के गिरजा गांव के निवासी 42 वर्षीय अनीस अहमद के रूप में हुई है।
सेंधवा पुलिस थाना प्रभारी के अनुसार मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र सीमा पर सेंधवा के पास पहुंचने पर तीनों मजदूरों का स्वास्थ्य बिगड़ गया। साथी यात्रियों ने उनकी हालत बिगडऩे पर पुलिस की मदद से उन्हें अस्पतालों में पहुंचाया, लेकिन तीनों को मृत घोषित कर दिया गया।
अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि इनकी मौत का कारण झुलसाने वाली गर्मी हो सकती है जिससे इन्हें पानी कमी और थकान हो गई। इस कारण इन्हें दिल का दौरा पड़ा। असल कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल सकेगा।
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