कोरोना वायरस संक्रमण के किस चरण में है भारत? इटली की चिट्ठी पढ़कर खुद तय करिए

कोरोना वायरस संक्रमण के किस चरण में है भारत? इटली की चिट्ठी पढ़कर खुद तय करिए

By ताबिश सिद्दक़ी

ये ट्विटर थ्रेड (मैसेज शृंखला) है इटली के लोगों की… मैं इसे अपने हिंदी भाषी दोस्तों के लिए ट्रांसलेट कर रहा हूँ… पढ़िए और समझिये कि हमारा और आपका सामना किससे होने वाला है।

अगर आप अभी भी अपने दोस्तों के साथ घूम रहे हैं, होटल जा रहे हैं, पार्टी कर रहे हैं और ऐसे दिखा रहे हैं जैसे ये (कोरोनावायरस) आपके लिए कोई बड़ी मुसीबत नहीं है, तो आप बहुत बड़े भ्रम में हैं.. अपने आपको संभाल लीजिये.. नीचे का सारा मैसेज इटालियन लोगों द्वारा पोस्ट किया गया है.. जो कुछ भी उन्होंने जैसा भी लिखा है, उसे वैसा ही लिखा जा रहा है :

“सारी दुनिया के लिए सन्देश… जिन्हें ये पता नहीं है कि उनका सामना किस आपदा से होने वाला है।”

जैसा कि मैं समझता हूँ इस वक़्त सारी दुनिया को पता है कि सारा इटली क्वारंटाइन किया जा चुका है… यानि उसे पूरी तरह से बंद किया जा चुका है.. ये स्थिति बहुत बुरी है.. मगर उन लोगों के लिए ज़्यादा बुरी है जो ये सोचते हैं कि ये उनके साथ नहीं होगा।

हमें पता है कि आप कैसा सोच रहे हैं.. क्यूंकि हम भी पहले ऐसे ही सोच रहे थे..

आइये देखें कि ये सब कैसे शुरू हुआ :

स्टेज प्रथम (पहला चरण):

आपको पता होता है कि कोरोना वायरस ऐसी कोई चीज़ है.. मगर आपके देश में ये अभी अभी दिखना शुरू हुआ है.. इसलिए आप सोचते हैं कि डरने की कोई बात नहीं हैं.. क्यूंकि ये बस एक तरह का ज़ुकाम है.. और वैसे भी मैं 75+ साल का हूँ नहीं इसलिए मुझे इससे क्या डरना।

फिर प्रथम चरण आगे बढ़ता है :

और आप सोचते हैं कि ये क्या हर कोई पागल हो रहा है, मास्क और टॉयलेट पेपर के लिए.. ऐसा कुछ तो होने वाला है नहीं.. मेरी ज़िन्दगी तो आराम से चलती रहेगी।

फिर आता है..

corona virus testing and readiness of india
भारत के पास मार्च की शुरुआत में 30 दिन का समय था, जिसे बिना किसी तैयारी के सरकार ने धीरे धीरे नष्ट किया। अभी भी सरकार नहीं जागी तो महामारी विस्फ़ोट के लिए उसके पास अस्पताल और डाक्टर तक का अकाल पड़ने वाला है।
स्टेज द्वितीय (दूसरा चरण)

धीरे धीरे.. देश में मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है.. और सरकार एक दो शहरों की सीमाएं प्रतिबंधित कर देती है.. और आपको ये समझाती है कि डरने की कोई बात नहीं है.. सब कुछ ठीक है (22 फ़रवरी को ऐसा इटली में हुआ था)।

द्वितीय चरण यानि दूसरा चरण आगे बढ़ता है :

कुछ लोगों की मौतें होती हैं.. मगर वो सब बूढ़े लोग होते हैं.. और मीडिया उस पर हाय तौबा मचाता है… हम सोचते हैं कि ये अच्छी बात नहीं है.. लोग अपने दोस्तों यारों से मिलते रहते हैं.. नॉर्मल ज़िन्दगी चलती रहती है.. और हमें ये लगता है कि हमें कुछ नहीं होगा।

धीरे धीरे संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ने लगता है.. एक दिन में ही दुगने लोग संक्रमित हो जाते हैं.. मौतों का आंकड़ा बढ़ जाता है.. और सरकार चार बड़े इलाक़ों को प्रतिबंधित कर देती है, जहाँ से सबसे ज्यादा केस हैं (यह 7 मार्च को इटली में होता है).. फिर इटली के पच्चीस 25% लोगों को घरों में बंद कर दिया जाता है।

फिर आता है..

corona virus genetic structure
तीसरा चरण

फिर कुछ क्षेत्रों में स्कूल, बार और रेस्टोरेंट बंद कर दिए जाते हैं.. मगर ऑफिस अभी भी खुले हैं.. सरकारी नियमों को मीडिया और अखबार पहले ही प्रकाशित कर देते हैं।

स्टेज तृतीय आगे बढ़ता है :

इटली के क़रीब दस हज़ार लोग, जिन्हें दूसरे इलाक़ों में सरकार ने रोक कर रखा था, वो एक ही रात में वहां से निकल कर अपने-अपने घर वापस पहुँच जाते हैं.. और इटली के लगभग 75 प्रतिशत लोग अपने रोज़मर्रा के कामों में व्यस्त रहते हैं।

स्टेज तृतीय यानि तीसरा चरण और आगे बढ़ता है :

इटली के लोग अभी भी इस वायरस की आपदा नहीं समझ पा रहे हैं.. हर जगह इटली में लोगों को ये बताया जा रहा है कि थोड़ी थोड़ी देर में अपने हाथ धुलें.. लोग ग्रुप में या भीड़ में न खड़े हों.. टीवी पर हर दस मिनट में यह समझाया जा रहा है.. मगर ये बातें लोगों के दिमाग़ में नहीं बैठ रही हैं।

फिर आता है..

corona virus testing and readiness
अभी भी सैनेटाइज़र बनाने को ही प्राथमिकता दी जा रही है जबकि वक़्त है अस्पताल बनाने का।
चौथा चरण

इटली में हर जगह स्कूल और कॉलेज कम से कम एक महीने के लिए बंद कर दिए गए हैं.. नेशनल हेल्थ इमरजेंसी लगा दी जाती है.. सारे अस्पतालों को ख़ाली करवा के कोरोनावायरस के मरीजों के लिए जगह बना दी जाती है।

स्टेज चतुर्थ (चौथा चरण) और आगे बढ़ता है :

अब इटली में डॉक्टर और नर्सों की कमी पड़ने लगी है.. अब जितने भी डॉक्टर रिटायर हो चुके हैं, उन्हें भी वापस नौकरी पर बुला लिया जाता है.. जिन छात्रों की डॉक्टरी की पढाई का दूसरा साल हुआ है, उन्हें भी नौकरी पर बुला लिया जाता है.. किसी भी डॉक्टर और नर्स के लिए कोई भी शिफ्ट नहीं है.. चौबीस घंटे काम करना है सबको अब.. डॉक्टर और नर्स भी संक्रमित हो रहे हैं अब और उन लोगों से उनके परिवारों को भी वायरस अपनी चपेट में ले रहा है।

चौथा चरण और आगे बढ़ता है :

अब निमोनिया के बहुत ही ज्यादा मरीज़ बढ़ गए हैं… और बहुत सारे लोगों को ICU की ज़रूरत है। और अब ICU में सबके लिए जगह नहीं है.. इटली में अब वह स्थिति आ चुकी है जहाँ डॉक्टर अब सिर्फ़ उन्हीं का इलाज कर रहे हैं, जिनके बचने की उम्मीद होती है.. मतलब अब बूढ़े, और अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों का इलाज डॉक्टर नहीं कर पा रहे हैं, क्यूंकि अब डॉक्टर को करोना वायरस वाले मरीजों को ही बचाना है.. क्यूंकि अब अस्पताल में सभी के लिए जगह नहीं बची है।

स्टेज चतुर्थ (अब लोग मर रहे हैं क्यूंकि अस्पतालों और ICU में जगह नहीं है.. मेरे एक डॉक्टर दोस्त ने मुझे कॉल करके बताया कि उसने तीन लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया, क्यूंकि जगह नहीं थी.. नर्स रो रही हैं क्यूंकि वो मरते हुए लोगों के लिए कुछ नहीं कर सकती हैं सिवाए उन्हें ऑक्सीजन देने के।

मेरे एक दोस्त का रिश्तेदार कल मर गया, क्यूंकि उसका इलाज नहीं हो पाया.. अब करोना वायरस हर तरफ़ पूरी तरह से फैल चुका है।

फिर आता है..

corona virus ramdas athawale go corona go chant
मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले गो कोरोना गो कोरोना का मंत्र जाप कर इस विषय पर सरकारी तैयारी से ध्यान भटकाने का काम कर रहे हैं।
पाँचवाँ चरण :

याद कीजिये उन बेवकूफों को जिन्हें सरकार ने शुरुआत में इटली के कुछ राज्यों में रोक के रखा था, क्वारंटाइन किया था मगर वे अपने-अपने घर वापस चले आये थे? उन्हीं की वजह से अब सारी इटली को मार्च 9 को क्वारंटाइन कर दिया गया।

अब सरकार का एक ही लक्ष्य है कि कैसे इसे ज्यादा से ज्यादा फैलने से रोका जाय।

लोगों को अपने काम पर जाने दिया जा रहा है.. ज़रूरी सामान की खरीदारी करने दी जा रही है.. व्यापार सारे खोल के रखे गए हैं.. क्यूंकि अगर ऐसा न किया तो सारी इकॉनमी धराशायी हो जायेगी.. मगर अभी भी आप अपने इलाक़े से बाहर नहीं जा सकते हैं, जब तक आपके पास उसके लिए कोई बहुत ज़रूरी वजह न हो।

मगर अभी भी एक समस्या बनी हुई है.. क्यूंकि कुछ लोग समझते हैं कि उन्हें कुछ नहीं होगा.. वो अभी भी दोस्तों के साथ बाहर जा रहे हैं… घूम रहे हैं ग्रुप में.. शराब पी रहे हैं और ऐश कर रहे हैं।

फिर आता है..

corona virus mattress add
इस बीच कंपनियां इस आपदा समय में भी पैसे बनाने का रास्ता ढूंढ रही हैं।
छठा चरण :

दो दिन पहले यह घोषणा कर दी गयी कि अब सारे व्यापार, शॉपिंग माल, रेस्टोरेंट, बार और हर तरह की दुकाने बंद रहेंगी.. सिर्फ़ सुपर मार्केट और दवाखाने के अलावा.. और अब आप सिर्फ़ तभी अपने इलाके से कहीं बाहर जा सकते हैं, अगर आपके पास उसकी कोई बहुत बड़ी वजह है और उसके लिए आपके पास एक सर्टिफिकेट होना चाहिए।

उस सर्टिफिकेट में आपके बारे में सारी जानकारी होती है.. जिसमें आपका नाम, पता और आप कहाँ से आ रहे हैं और कहाँ जा रहे हैं ये लिखा होता है।

जगह जगह पुलिस के चेक पॉइंट बने हैं जहाँ आपको चेक किया जाता है।

इटली में अगर अब आप अपने घर से बाहर अब पकड़े जाते हैं तो आपके ऊपर 206 यूरो का जुर्माना लगाया जाता है.. अगर आप बाहर निकलते हैं और आप करोना वायरस से संक्रमित हैं तो आपको एक से लेकर बारह साल की जेल होगी।

corona virus delhi metro advisory
दिल्ली मेट्रो ने यात्रियों के लिए एडवाइज़री जारी की है जिसमें कहा गया है कि अगर कोरोना से मिलते जुलते कोई लक्षण हैं तो यात्रा मत करिए।
आख़िरी सन्देश:

ये मैं 12 मार्च को लिख रहा हूं और इस वक़्त तक के ये हालात है जो मैंने ऊपर बताया.. इसका ध्यान रखिये कि ये सब बस हमारे यहाँ दो हफ्ते के अंदर हो गया.. सिर्फ़ पांच दिन लगे स्टेज तीन से आज तक के दिन तक आने में हमें।

दुनिया के दूसरे देश अभी धीरे धीरे उन चरणों में पहुँच रहे हैं जिनसे हम गुज़र चुके हैं.. इसलिए मुझे आप लोगों से ये कहना है कि “आपको कोई अंदाज़ा नहीं है कि आप के साथ क्या होने वाला है।”

क्यूंकि दो हफ्ते पहले मैं आपके ही जैसा सोचता था और मुझे लगता था कि हमें कुछ नहीं होगा.. और ये सब इस वजह से नहीं हो रहा है कि ये वायरस बहुत खतरनाक है.. बल्कि ये सब इस वजह से हो रहा है कि ये वायरस ऐसी परिस्थितियां पैदा कर देता है जिसका सामना करने में हम सक्षम नहीं हैं।

यह देख कर बहुत दुःख हो रहा है क्यूंकि कुछ देश ये सोच रहे हैं कि उनको कुछ नहीं होगा.. और वो इसके लिए ज़रूरी बचाव नहीं कर रहे हैं.. जबकि वो समय रहते अगर बचाव कर लें तो बहुत फायदा होगा।

cow urin party to save from corona organized from hindu mahasabha
हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज ने कोरोना से बचने के लिए एक गौमूत्र पार्टी का आयोजन किया। सरकार को ऐसे अंधविश्वास फैलाने वालों के ख़िलाफ़ कार्यवाही करनी चाहिए। लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया गया।

इसलिए.. कृपया अगर आप इसको पढ़ रहे हैं तो सजग हो जाइये.. क्यूंकि इसको इग्नोर करने पर इस समस्या का हल नहीं निकलेगा.. अमेरिका जैसे देशों में ऐसे कितने लोग होंगे जो संक्रमित होंगे और उनका पता नहीं चल पाया होगा।

हमारी इटली की सरकार ने इस बारे में बहुत अच्छा काम किया.. और वो यह किया कि उन्होंने पूरी कोशिश की अब इस वायरस को जहाँ भी हो रोक दिया जाए.. उसके लिए उन्होंने बहुत कठोर क़दम उठाये मगर वे सही थे.. चाइना ने भी इस तरह से इस पर क़ाबू पाया था… सारे इलाके बंद कर के लोगों को घरों में क़ैद कर दिया था।

सरकार लोगों की मदद कर रही है.. उनके बैंक की किश्त माफ़ करके और लोगों के व्यापार में मदद कर के.. मुझे ये चीज़ परेशान कर रही है कि अगर ये सारे देशों में हो गया तो क्या होगा।

इसलिए अगर आप ऐसे इलाक़े में हैं जहाँ आपके आसपास करोना वायरस से संक्रमित मरीज़ हैं.. तो आप बस एक या दो हफ्ते हम से पीछे हैं.. और आप हमारी सारी बातों को धीरे-धीरे समझेंगे.. इसलिए मेरी आप लोगों से यही गुजारिश हैं कि आप अपना बचाव ख़ुद करें.. और ऐसा व्यवहार मत कीजिये कि आपको कुछ नहीं होगा.. इसलिए अगर आप रह सकते हैं तो “घरों में ही बंद रहिये।”

(@JasonYanowitz के twitter अकाउंट की मैसेज शृंखला से अनूदित )

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