6 बजे के बाद काम से जुड़ी बातचीत बंद करने के इस सीईओ के फैसले ने खींचा लोगों का ध्यान
कोरोना महामारी के दौर में लोग वर्क फ्रॉम होम और अपनी निजी जिंदगी में तालमेल बैठाने में जूझ रहे हैं। इस दौरान 6 बजे काम से जुड़ी बातचीत खत्म करने की एक सीईओ की पोस्ट काफी चर्चा में है। बेंगलोर स्थित फाइनेंशियल कंपनी जेरोधा के संस्थापक और सीईओ नितिन कामथ ने कहा है कि उनकी कंपनी ने यह फैसला लिया है कि आधिकारिक तौर पर काम से जुड़ी बातचीत शाम 6 बजे के बाद और छुट्टियों के पूरे दिन बंद रखी जाएगी।
नितिन कामथ ने कहा, ”हमारी कंपनी में हमने शाम 6 बजे के बाद काम से जुड़ी सभी तरह की बातचीत बंद कर दी है। इसके साथ ही यह भी कोशिश कर रहे हैं कि हम अधिक से अधिक बातचीत ईमेल जैसे माध्यमों से करें। यह देखने के लिए हम काफी उत्सुक हैं कि क्या यह फैसला काम से उत्पन्न होने वाले मानसिक तनाव को कम करता है। जाहिर है, मल्टीटास्किंग, प्रदर्शन को प्रभावित करता है और यह दिमाग को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इसके साथ ही वर्क फ्रॉम होम के बाद विभिन्न चैट ग्रुप्स में एक साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा का हिस्सा बनना तेजी से बढ़ा है।” महामारी के दौरान ऑफिस का काम घर में पहुंच जाने के बाद कई नियोक्ताओं ने यह माना है कि लंबे समय तक काम करने के चलते कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य और उनकी काम करने की क्षमता पर भारी असर पड़ रहा है।
ट्वीटर पर बड़ी तादाद में लोग नितिन कामथ की इस पहल का स्वागत कर रहे हैं। वे दूसरी संस्थाओं को भी अपने कर्मचारियों के लिए कुछ ऐसा ही कदम उठाने की सलाह दे रहे हैं।
(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें।)